कोटा। 64th Gita Jayanti Mahotsav: गीता सत्संग आश्रम समिति की ओर से तीन दिवसीय 64वां गीता जयंती महोत्सव मगंलवार से गीता भवन में आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक भगवती प्रसाद खंडेलवाल मोरपा वालों ने बताया कि गीता जयंती महोत्सव के तहत प्रतिदिन गीता भवन में 1:30 से 5:30 बजे तक सत्संग आयोजित होगा। जिसमें स्वामी अप्रमेय प्रपन्नाचार्य महाराज प्रयागराज, स्वामी श्री कृष्णकांत द्विवेदी नई दिल्ली के द्वारा प्रवचन किए जाएंगे। महोत्सव का शुभारंभ मंगलवार को प्रातः 10 बजे स्वामी अप्रमेय प्रपन्नाचार्य महाराज प्रयागराज के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और गणेश पूजन कर किया जाएगा।
अध्यक्ष राजेंद्र खंडेलवाल तथा महामंत्री रामेश्वर प्रसाद विजय ने बताया कि 11 दिसंबर को प्रातः 5:30 बजे श्री कृष्ण चैतन्य प्रेम भक्ति संकीर्तन के सौजन्य से प्रभात फेरी निकाली जाएगी। इसके बाद 8 बजे जिओ गीत के सौजन्य से यज्ञ आयोजित किया जाएगा। वहीं 10 बजे बटुक ब्राह्मणों द्वारा सामूहिक गीता पाठ होगा। इस दौरान 1:30 बजे महाप्रभु जी बड़ा मंदिर के शरणम् कुमार महाराज के द्वारा भी प्रवचन किया जाएगा।
उपाध्यक्ष कुंती मूंदड़ा तथा सह मंत्री महेंद्र कुमार मित्तल ने बताया कि 12 दिसंबर को शरण कुमार गोस्वामी बड़ोद के द्वारा प्रवचन के साथ गीता जयंती महोत्सव का समापन होगा। महोत्सव समिति के सदस्य गिरिराज गुप्ता घनश्याम गुप्ता, कृष्ण अवतार गुप्ता, रामकृष्ण बागला समेत विभिन्न लोग तैयारी में जुटे हैं।
एक वर्ष से फलाहार व्रत पर हैं स्वामी प्रपन्नाचार्य
कोषाध्यक्ष जयनारायण खंडेलवाल ने बताया कि प्रयागराज के नेष्ठिक ब्रह्मचारी स्वामी अप्रमेय प्रपन्नाचार्य महाराज ने बाल्यावस्था से ही गीता तथा श्रीभगवतरामायण आदि की अनेक बार कथा की है। वे लगभग एक वर्ष से फलाहार व्रत लिए हुए साधना में संलग्न हैं। शरणम कुमार महाराज श्रीकृष्ण यजुर्वेद, व्याकरण, वेद तथा पारंपरिक संस्कृत ज्ञान, वेद शास्त्र के विद्वान हैं। वे यूएसए, लंदन, कनाडा समेत विभिन्न देशों में पुष्टिमार्गीय शिविर कर चुके हैं। साथ ही, कृष्णकांत द्विवेदी वेदांत दर्शन, मानवीय मूल्य, आध्यात्मिक और प्रबंधन के विषयों पर व्याख्यान करते हैं।