कोटा। Jagannath temple renovation: मां चम्बल के किनारे किशोरपुरा में स्थित अति प्राचीन भगवान जगन्नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार पारीक पंचायत द्वारा किया जाएगा। मंगलवार को पुरातत्व टीम को बुलाकर इस मंदिर के जीर्णोद्धार की रूपरेखा तय की गई।
पारीक पंचायत के प्रवक्ता राहुल पारीक ने बताया कि यह मंदिर लगभग 400 वर्ष पुराना है और इसे कोटा दरबार द्वारा निर्मित किया गया था। पंचायत के अध्यक्ष रासबिहारी पारीक और महामंत्री अशोक पारीक ने बताया कि इस जीर्णोद्धार में लगभग 25 लाख रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर की प्राचीनता को बनाए रखते हुए इसे नया स्वरूप दिया जाएगा। कार्य में मंदिर की प्राचीनता को संरक्षित रखते हुए, कोटा-बूंदी शैली में भित्तिचित्रों और पत्थर के कलात्मक कार्यों का समावेश किया जाएगा।
ऐतिहासिक महत्व: सर्वे टीम के निदेशक विजय सिंह ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की छः मूर्तियाँ इस मंदिर में विद्यमान हैं। यह मंदिर मुस्लिम आक्रमणों के दौरान क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसके निशान आज भी देखे जा सकते हैं। इस कार्य को समाज और सरकार के सहयोग से पूरा किया जाएगा। मंदिर जीर्णोद्धार में गोमुखी, गर्भ गृह का कार्य, छ: हाथी व भगवान जगन्नाथ की मूर्तियां, छज्जे व चबूतरी आदि का निर्माण कार्य भी होगा।
सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण: इस अवसर पर पूर्व पार्षद भगवान गौत्तम और पारीक पंचायत के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। सभी ने मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य को सफल बनाने का संकल्प लिया। पूर्व पार्षद भगवान गौत्तम ने कोटा की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। भगवान जगन्नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह कोटा की सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करेगा। जो प्राचीनता और आधुनिकता का संगम प्रस्तुत करेगा।
इस अवसर पारीक पंचाचत के पदाधिकारी पूर्व अध्यक्ष रवि पारीक ,महामंत्री अशोक पारीक, कोषाध्यक्ष विनोद पारीक ,मदनगोपाल पारीक, कैलाश पारीक, देवेन्द्र पारीक, गिरिराज पारीक, राहुल पारीक, निर्मला पारीक व अनिता पारीक सहित कई लोग मौजूद रहे।