कोटा। Truth of viral video of Saras Milk: कोटा-बूंदी जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (सरस डेयरी) ने एक एजेंसी संचालक द्वारा दूध को खराब दिखाने वाले वीडियो को वायरल करने के मामले में कैथून थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
सरस डेयरी के विपणन प्रभारी राकेश कुमार जांगिड़ के अनुसार 20 नवंबर को महावीर राठौर के पुत्र गुलाब चंद द्वारा सरस दूध एजेंसी पर एक वीडियो बनाया गया। वीडियो में DTM 180 ML दूध के पाउच को गर्म करने पर खराब होने का दावा किया गया। शिकायत के अनुसार, खाली पाउच में अन्य ब्रांड का दूध मिलाकर यह वीडियो बनाया गया।
जांगिड ने बताया कि सरस डेयरी के पूर्व कर्मचारी बनवारी वर्मा द्वारा महावीर राठौर पर लगातार फोन करके खराब दूध का वीडियो वायरल करने का दबाव बनाया गया। साथ ही एजेंसी संचालक को निजी दूध कंपनी का दूध लेने के लिए कहा गया, जहां वर्तमान में बनवारी वर्मा कार्यरत हैं।
सरस का दूध प्रमाणित: अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने बताया कि सरस की छवि को खराब करने के उद्देश्य से इस प्रकार की कार्रवाही की गई है। सरस का दूध प्रमाणित दूध है। यह ISO 9001:2015 और FSMS ISO 22000:2018 से प्रमाणित डेयरी है, जो गुणवत्तापूर्ण दूध का उत्पादन करती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डेयरी प्रशासन ने पुलिस से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
तुरंत कार्रवाही: अध्यक्ष राठौड ने बताया कि वह शुद्ध व गुणवत्तापूर्ण दूध देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं । जब उन्हें विडियो के बारे में जानकारी मिली तो उन्होने 19 नवम्बर के दूध की पुन लैब में जांच करवाई और लैब में दूसरी बार सैम्पल दूध सही पाने बाद 3 सदस्यों की विजिलेंस टीम बनाकर विडियो की जांच करने के लिए भेजा। जांच में पाया गया कि एक निजी दूध कम्पनी के कर्मचारी बनवारी द्वारा यह षडयंत्र सरस डेयरी को बदनाम करने के उद्देश्य से किया गया था।

