नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में कमजोर मांग के बीच राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतों में गुरुवार को एक बार फिर भारी गिरावट दिखी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, वैश्विक बाजारों में कमजोर मांग के बीच राष्ट्रीय राजधानी में सोने के भाव 700 रुपये घटकर 77,050 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली यह बहुमूल्य धातु 77,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई, जबकि एक दिन पहले बुधवार को इसमें 50 रुपये की मामूली गिरावट आई थी।
इस दौरान, चांदी भी 2,310 रुपए की गिरावट के साथ 90,190 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 92,500 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी। लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रखते हुए 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 700 रुपये घटकर 76,650 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। बुधवार को सोना 77,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 804 रुपये या 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,678 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। कारोबार के दौरान कीमती धातु की कीमत 1,182 रुपये या 1.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई।
बाजार के जानकारों के अनुसार, “डॉलर के मजबूत होने के कारण एमसीएक्स में सोने की कीमत गिरकर 73,500 रुपये के करीब पहुंच गई और कमजोरी जारी रही। अमेरिकी महंगाई दर जो 2.4 प्रतिशत के अनुमान की तुलना में 2.6 प्रतिशत रही, ने डॉलर की मजबूती को और बढ़ावा दिया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एवं करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “जबकि मुद्रास्फीति अपने 2 प्रतिशत लक्ष्य के करीब पहुंच गई है, फेड ब्याज दरों में कटौती जारी रखे हुए है, सीपीआई आंकड़ों ने चिंता जताई है कि आगे और कटौती रोकी जा सकती है।”
त्रिवेदी ने कहा कि इस घटनाक्रम से सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ गया, इसने मजबूत डॉलर और फेड नीति में संभावित बदलाव के प्रति नकारात्मक रुझान दिया। दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी अनुबंध की कीमत 2,067 रुपये या 2.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 87,130 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा 29.10 डॉलर प्रति औंस या 1.13 प्रतिशत गिरकर दो महीने के निम्नतम स्तर 2,557.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। गुरुवार के यूरोपीय सत्र के दौरान सोने में गिरावट जारी रही, और यह 19 सितम्बर के बाद अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, “चुनाव के बाद अमेरिकी डॉलर (यूएसडी) में तेजी जारी रही और यह नए साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।”