इंदौर। Soybean Muhurat Trading: देश के सबसे प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्य- मध्य प्रदेश में आमतौर पर दीपवाली के बाद मंडियों में इस महत्वपूर्ण तिलहन के मुहूर्त के सौदे होते हैं। इस बार चार दिनों के अवकाश के कारण आज राज्य की प्रमुख मंडियों में मुहूर्त के सौदे आरंभ हुए हैं। इस पर सबकी निगाहें केन्द्रित हैं।
गत वर्ष उज्जैन में मुहूर्त के सौदे 8551 रुपए प्रति क्विंटल पर हुए थे। परम्परा के अनुसार इस बार भी दीपावली की लक्ष्मी पूजा के बाद 31 अक्टूबर को सोयाबीन में व्यापारिक सौदे होने लगे, लेकिन इसमें आरंभिक भाव 4700 रुपए प्रति क्विंटल ही बोले गए जो केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 4892 रुपए प्रति क्विंटल से करीब 200 रुपए प्रति क्विंटल नीचे थे।
पिछले साल लक्ष्मी पूजा के बाद 5100/5200 रुपए प्रति क्विंटल के मूल्य स्तर पर सोयाबीन के व्यापारिक सौदे हुए थे। उसकी तुलना में चालू वर्ष के दौरान भाव काफी नीचे देखे गए।दरअसल गत वर्ष सोयाबीन का भाव ऊंचा चल रहा था और इसका औसत मूल्य 5500 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास दर्ज किया गया था।
मध्य प्रदेश में सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से सोयाबीन की खरीद की जा रही है इसलिए उत्पादकों को उम्मीद है कि मुहूर्त का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल या इससे ऊंचे पर खुल सकता है।
क्रशर्स-प्रोसेसर्स (प्लांट वाले) सोयाबीन की खरीद के मूल्य का ऑफर देते हैं और यह कारोबार ब्रोकर्स के माध्यम से होता है। सोयाबीन की खरीद का सौदा होने के बाद एक सप्ताह के अंदर माल की डिलीवरी दी जाती है।
दीपावली से पूर्व उज्जैन में सोयाबीन का उच्चतम मूल्य 5280 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया था। अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अनुसार 4 नवम्बर को सुबह 9.15 बजे शुभ मुहूर्त का समय निश्चित किया गया था और तदनुरूप पूरे विधि विधान के साथ इसका शुभारम्भ हो गया।