कोटा। दी कोटा को-ऑपरेटिव मार्केंटिग सोसायटी के संचालक मण्डल की बैठक सोमवार को अध्यक्ष निहाल सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बोर्ड मीटिंग में संस्था की महाप्रबन्धक मृगांक सिंह द्वारा अप्रैल माह से जुलाई माह की आय-व्यय की रिर्पोट बोर्ड बैठक में पेश की गई। आय व खर्च की पुष्टि बोर्ड द्वारा की गई। बैठक में अप्रैल से सितम्बर माह में 33 करोड 57 लाख रुपये के व्यवसाय पर संतोष प्रकट किया गया।
अध्यक्ष निहाल सिंह राठौड़ ने बताया कि कर्मचारियों को सौगात देते हुए सोसायटी में आर.जी.एच.एस.के तहत स्वास्थ्य सेवा देने का फैसला बोर्ड बैठक में लिया गया। संस्था अपने कार्यों को विस्तार करने की योजना बना रही है जिसके तहत गेंहू, सोयाबीन व लहसुन ग्रेडिंग एवं प्रोसेंसिंग प्लांट लगाने का प्रस्ताव भी बैठक में लिया गया।
पीडीएस परिवहन कार्य हेतु भी डीएसओ कोटा का प्रस्ताव भी लिया गया। राठौड़ ने कहा कि किसानों के हितार्थ एवं सेवार्थ संस्था कार्य करती है। ऐसे में कृषि विभाग के सहयोग से किसानों को तिरपाल व कीटनाशक मशीन की व्यवस्था हेतु प्रयास किया जाएगा।
नैनो यूरिया का विरोध
कृषि क्षेत्र में बड़े परिवर्तन के लिए नैनो यूरिया बनाने और उसे किसानों तक पहुंचाने का काम जोर शोर से चल रहा है। लेकिन इसे लेकर किसान संतुष्ट नही हैं। आरोप लगा रहे हैं कि नैनो यूरिया कारगर नहीं है और खेतों तक इसे छिडकने के लिए किसानो के पास सही उपकरण नहीं हैं। फिर भी हर यूरिया की खरीद पर यह नैनो यूरिया किसानों देने से उनके रोष को मीटिंग में संचालक चैनसिंह राठौड ने रखा। राठोड़ ने इफको द्वारा अटेचमेंट को न दिए जाने की बात रखी।
मीटिंग में उपाध्यक्ष चेतन कुमार मालव, संचालक व सरस डेयरी अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़, संचालक भंवर सिंह, श्रीकृष्ण मालव, राकेश कुमार नागर, प्रभुलाल मेठोलिया, संदीप नंदवाना, रूप कंवर, किरण कंवर, मनीष कुमार एवं प्रेमशंकर मेघवाल उपस्थित रहे।