Shriram Katha: विकास की होड़ में परिवार को खंडित न होने दें- पंडित मेहता

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कोटा। Shri Ram Katha: राष्ट्रीय मेला दशहरा -2024 के अंतर्गत श्रीराम रंगमंच पर चल रही श्रीराम कथा में पांचवे दिन व्यासपीठ से पं. विजयशंकर मेहता ने सुन्दरकांड का भावपूर्ण वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा में जीवन के सारे गुण समाहित है। उन्होंने परिवार को भारत की पूंजी बताया। पं. मेहता ने कहा कि अमेरिका जैसे विकसित देशों में परिवार नामक संस्था विखंडित हो चुकी है। हमारे यहां भी विकास की दौड़ में परिवारों के टूटने का खतरा बढ़ गया है। इस परिस्थिति से हमें बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि भारत विकास करे, लेकिन परिवार नहीं टूटना चाहिए।

पण्डित मेहता ने कहा कि अन्न विचार को प्रभावित करता है। अच्छे विचार के लिए अच्छा भोजन जरूरी है। भोजन में शुद्धता होनी चाहिए। अज्ञात के हाथों का भोजन आप के मन को विचलित कर सकता है। टीवी, मोबाइल देखते व अन्य कार्य करते भोजन ना करें। वरना आप भोजन के साथ जहर भी खा रहे हैं।