लक्खा के साथ देर रात तक भक्ति और प्रेम के समन्दर में गोते लगाते रहे श्रोता

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दशहरा मेला में भजन सम्राट लखबीर सिंह लक्खा की भजन संध्या

कोटा। Kota Dussehra 2024: सांझ ढलते ही, रंगबिरंगी रोशनी से नहाए कोटा के राष्ट्रीय दशहरा मेले में शनिवार को उत्सव और भक्ति का अनूठा संगम हुआ। प्रख्यात भजन सम्राट लखबीर सिंह लक्खा ने राम भक्ति की ऐसी धुन छेड़ी कि पूरा मेला मैदान दशहरे पर ही दिवाली मनाता नजर आया। प्रभु प्रेम में डूबे भक्त कहीं उल्लास से झूम रहे थे तो किसी की आँखें प्रेम से डबडबा उठीं।

कोटा दशहरा मेला शनिवार को भजनों की गूंज से आह्लादित हो उठा। विजयश्री रंगमंच पर शाम से ही लोग जुटने लग गए थे। हर चेहरे पर प्रभु मिलन की आस छाई थी और जब भजनों की मधुर धुनें दसों दिशाओं में बिखरीं तो भक्ति और प्रेम के भाव ने ऐसी हिलोरें मारी कि पूरा दशहरा मैदान ही अद्वितीय आध्यात्मिकता में डूब गया। प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा ने भजनों से ऐसा समां बांधा कि रह रह कर लग रहे जयकारों से सारा वातावरण गुंजायमान हो उठा।

भजन संध्या की शुरुआत लक्खा ने “सदा भवानी दाहिनी सम्मुख रहत गणेश, पांच देव रक्षा करें, ब्रह्म विष्णु महेश” से इष्ट के चरणों में शब्दांजलि अर्पित करके की। “प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, भक्तों की लगी है कतार भवानी” “सर को झुका लो, दर्शन पा लो, मां करती मेहरबानियां” भजन के साथ ही लक्खा ने दशहरे का माहौल भक्तिमय कर दिया। हर ओर बस जयकारे और तालियों की गड़गड़ाहट ही गूंज रही थी।

“जागो शेरावाली, सबेरा हो गया” “मेरी अखियों के सामने ही रहना” “अब मेरी भी सुनो मात भवानी”, “मैया में निहाल हो गया” और” मां शारदे ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे हमें तर दे” भजन सुनाकर मातृभक्ति से सभी को ओत प्रोत कर दिया।

लक्खा ने “श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में” “दुनिया चले ना श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना” “अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो” “ओ सुन अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा” जैसे भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद तो एक के बाद एक भजन सुनकर उन्होंने ऐसा समा बांधा कि भक्तों का रेला झूमने को मजबूर हो गया।

कभी राम की भक्ति तो कभी भवानी की शक्ति, कभी हनुमान की सेवा तो कभी भोले देवा के एक के बाद एक मनोहारी भजन सुन लक्खा के साथ पूरा दशहरा मैदान देर रात तक भक्ति और प्रेम के समन्दर में गोते लगाता रहा।

भजन संध्या की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं विधायक संदीप शर्मा, मेला अध्यक्ष विवेक राजवंशी, मेलाधिकारी जवाहरलाल जैन, अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश चंद गोयल, उपायुक्त दयावती सैनी, अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास, जितेंद्र बग्गा, प्रायोजक नरेंद्र माखीजा, अंजली माखीजा, जितेंद्र राजानी, और प्रकाश माखीजा आदि ने दीप प्रज्ज्वलित करके की।