Kota Dussehra: नृत्य, गीत, संगीत से सजी शाम, नन्हें मुन्नों ने दिखाई प्रतिभा

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कोटा। Kota Dussehra 2024: 131वें राष्ट्रीय मेला दशहरा में मंगलवार को बाल प्रतिभा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों ने विजयश्री रंगमंच पर गीत, संगीत, नृत्य की ऐसी शाम सजाई की हर कोई हैरान रह गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी बूंदी के जिला अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल तथा शुभम ग्रुप के निदेशक अरुण मेहता के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके की गई। कार्यक्रम में 70 बच्चों ने प्रस्तुतियां दीं।

इस दौरान जॉय का गिविंग सोसायटी की ओर से बाल कलाकारों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर अलख जगाई। उन्होंने ना काटो मुझे दुखता है.. गीत पर नृत्य की प्रस्तुतियों के द्वारा वृक्ष काटने पर होने वाले नुक़सान को प्रदर्शित करते हुए का सामाजिक संदेश दिया। मिहिका ने तांडव नृत्य करते हुए रौद्र रुप दिखाया।

उन्होंने, “शिव शिव शिवशंकर…” भजन पर नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी तो हर हर बम बम के जयघोष उठे। राम, कल्पना, आरती और खुशबू ने जयतु जयतु भारतम.., गीत पर नृत्य के साथ राष्ट्रवाद की ऐसी बयार बहाई कि विजयश्री रंगमंच वंदेमातरम् के नारों से गूंज उठा। हर्षिता पचेरवाल ने कोलकाता की डॉक्टर बेटी को श्रद्धांजलि देते हुए रक्तबीज गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया।

शानवी ने “बुद्धू सा मन… और शर्मिष्ठा ने “मैं तेरे पांव की जूती ना..” गीत पर नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। तेजस्विनी जादौन ने लहरियो ला दो जी राज.. राधिका ने कमली.. पर तथा दर्शिका तिवारी ने मस्तानी हो गई.. गीत पर नृत्य किया। निया शर्मा और आनविका जैन ने पंजाबी मेलोडी गीत “हाई रेटेड गबरू..” पर भांगड़ा नृत्य किया।

धीमहि ए जोशी ने सकल बन .. गीत पर कत्थक की शानदार प्रस्तुति दी। इकरा शेख और गुनगुन ने हिप हॉप प्रस्तुत किया। समृद्धि शर्मा ने आ मुझे तोमार… गीत पर कत्थक नृत्य किया। शानू, प्रियंका, बिट्टू, लखन ने पंजाबी संस्कृति से ओतप्रोत नृत्य किया। माही ने आयो रे शुभ दिन आयो.. गुरप्रीत ने लॉन्ग लाची.. पर तथा जसप्रीत माखीजा ने मैं थारे पांव की जूती ना.. पर शानदार डांस किया।

विवेक, निखिल ने इंस्ट्रूमेंट्स पर चौधरी सॉन्ग “लुकछुप जाओजी थारी शरारत सब कोई जाने.. की प्रस्तुति दी तो तालियां गूंज उठी। राजीव राव ने भी लगन लगी.. गीत गाकर मखमली आवाज का जादू बिखेरा। दर्श प्रजापति ने ढोलक पर ऐसी थाप दी कि हर कोई वाह वाह उस्ताद कह उठा।

विजयश्री रंगमंच से नृत्य प्रस्तुतियों के जरिए बच्चों ने मानो मेला ही लूट लिया। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि कोटा ही नहीं पूरी हाड़ौती की बाल प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा निखारने के लिए मेला आयोजन समिति ने इस बार दो दिन बाल प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया है। अब 27 अक्टूबर को भी शुभम ग्रुप के सौजन्य से बाल प्रतिभा कार्यक्रम आयोजित होगा।

पहले दिन मंगलवार को 70 से भी ज्यादा बच्चों ने डांस परफॉर्मेंस के जरिए खूब धमाल मचाया। घूमर, कठपुतली और कालबेलिया पारंपरिक लोक नृत्यों के साथ साथ क्लासिकल और वेस्टर्न डांस फॉर्म पर नन्हे मुन्नों की नृत्य प्रस्तुतियां देख दर्शक दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए।

बाल कलाकारों की नृत्य प्रस्तुतियां देखने के लिए दशहरा मैदान में जमकर भीड़ उमड़ी। एक के बाद एक शानदार प्रस्तुति देख दर्शक खूब रोमांचित हुए। अधिकांश बाल कलाकारों ने राजस्थानी लोक और पारंपरिक प्रस्तुतियां दीं। जिसे देख दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। दशहरा मेला में नृत्य प्रस्तुति देने आए नन्हें मुन्ने बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में इतना करीने से सजे थे कि लोग उन्हें देख मंत्रमुग्ध हो गए।

मंच से दिया मैसेज
कोटा के दशहरा मेला में मिले मंच से बाल मन ने सिर्फ उमंग और उत्साह ही नहीं बिखेरा, बल्कि देश और समाज को बेटियों को बचाने उन्हें पढ़ाने, प्रकृति रक्षा, पानी – पेड़ बचाने, और बुजुर्गों की सेवा का भी संदेश दिया।

सामाजिक सन्देश भी
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था करने वाली स्वयं सेवी संस्था जॉय ऑफ गिविंग सोसायटी के बच्चों ने प्रकृति संरक्षण, जल जंगल और जमीन बचाने का संदेश देते हुए मनमोहक नृत्य प्रस्तुति दी। वहीं मां काली के रूप मंच पर उतरीं हर्षिता ने कोलकाता रेप केस को केंद्र में रख बेटियों को संबल देने ओर उन्हें सुरक्षित रखने के लिए नृत्य प्रस्तुति दी।