नवाचारों के साथ मेले को उदाहरण बनाने के प्रयास: विवेक राजवंशी
कोटा। Kota Mela Dussehra 2024: 131वें राष्ट्रीय दशहरा मेले का आगाज गुरूवार शाम प्रख्यात अभिनेत्री हेमा मालिनी की विश्व प्रसिद्ध नृत्य नाटिका दुर्गा और भव्य आतिशबाजी के साथ विजयश्री रंगमंच पर होगा।
इससे पूर्व सुबह 9 बजे आशापुरा माताजी की पूजा होगी, सुबह 11 बजे निगम परिसर स्थित मंदिर में रामायण का पाठ प्रारंभ होगा, शाम 6 बजे श्रीराम रंगमंच पर ध्वजारोहण के बाद राम लीला का शुभारंभ भी होगा।
यह जानकारी मेला समिति के अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए दी। राजवंशी ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम कृष्ण बिरला होंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, विधायक शांति धारीवाल, संदीप शर्मा, कल्पना देवी, कोटा दक्षिण महापौर राजीव अग्रवाल ‘‘भारती‘‘, मंजू मेहरा, उप महापौर पवन मीणा, फरीदूद्दीन सोनू कुरेशी, नेता प्रतिपक्ष लव शर्मा भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा तथा अन्य जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन में इस बार मेले में व्यापक परिवर्तन और नवाचार किए गए हैं। मेले के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए कलाकारों अथवा प्रस्तुतकर्ताओं के नामों को तय करने का कार्य अंतिम चरण में है।
8 अक्टूबर को राम बारात का आयोजन होगा, जिसमें सर्व समाज की सहभागिता सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोटा के विभिन्न मंदिरों से झांकियां एवं भजन मंडलियां इसमें सम्मिलित होंगी। देश के प्रसिद्ध बैंड के साथ सिख युवाओं के गतका दल का भी प्रदर्शन इसमें देखने को मिलेगा। रास्ते में विभिन्न समाजों की ओर से राम बारात का स्वागत किया जाएगा।
निगम परिसर स्थित मंदिर में 3 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले रामायण पाठ की पूर्णाहुति 10 अक्टूबर को होगी, जिसके बाद सुंदर कांड पाठ व प्रसादी का आयोजन होगा। आशापुरा माता जी मंदिर पर आयोजित भजन संध्या में राजस्थान के प्रख्यात भजन गायक प्रकाश माली 11 अक्टूबर कीे रात 8 बजे से माता का गुणगान करेंगे।
12 अक्टूबर को गढ़ पैलेसे से राजसी शानो-शौकत के साथ भगवान लक्ष्मीनारायण जी की सवारी निकलेगी जिसके दशहरा मैदान पहुंचने पर रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा। इस वर्ष रावण के पुतले की ऊंचाई भी 75 फीट से बढ़ाकर 80 फीट की गई है। कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले भी 5-5 फीट ऊंचे किए गए हैं। 13 अक्टूबर को भरत मिलाप और श्री राम राज्याभिषेक के साथ श्रीराम लीला का समापन होगा।
विजयश्री रंगमंच पर नियमित कार्यक्रमों का सिलसिला 14 अक्टूबर से प्रारंभ होगा। सिंधी कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक जतिन उदासी की प्रस्तुति होगी। इससे पूर्व निगम कार्यालय परिसर में कुकिंग प्रतियोगिता तथा विजयश्री रंगमंच पर कथक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 15 अक्टूबर को शाम 7.30 बजे मूंछ प्रतियोगिता और रात 8.30 बजे पर्यटन विभाग का कार्यक्रम होगा। बालक वर्ग का बाल प्रतिभा कार्यक्रम 16 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। मेले में इस बार 14 वर्ष तक की बाल प्रतिभा कार्यक्रम दो दिन तक आयोजित किया जाएगा। एक दिन बालकों और दूसरे दिन बालिकाओं को इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
पहली बार ड्रोन तथा साउंड एंड लाइट शो
मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से दशहरे मेले में पहली बार ड्रोन तथा लाइट एंड साउण्ड शो होगा। ड्रोन शो में 500 से अधिक ड्रोन एक साथ आसमान में उड़ान भरकर रामायण से जुड़ी आकृतियां बनाएंगे। करीब 15 मिनट का यह आयोजन लोगों को आसमान की ओर टकटकी लगाए देखने को मजबूर कर देगा। इसी तरह लाइट एंड साउण्ड शो का आयोजन लगातार तीन दिन तक किया जाएगा। करीब 30 मिनट के इस शो में भी संगीत और रोशनियों की जुगलबंदी दर्शकों को विस्मित कर देगी।
उन्होंने बताया कि मेला परिसर के विभिन्न प्रवेश द्वारों और बाजारों का नाम रामायण के पात्रों पर रखे गए हैं। दशहरे मेले में राम कथा का आयोजन 17 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक किया जाएगा। संत श्री पंडित विजय शंकर मेहता के श्रीमुख से राम कथा का शुभारंभ होगा। मेले में इस वर्ष पहले से अधिक झूले लग रहे हैं। इसके लिए प्लानिंग कर मेला परिसर में अतिरिक्त जगह निकाली गई है। झूला बाजार में जाइंट व्हील, ब्रेक डांस, कोलम्बस, ड्रेगन, सलेम्बो, रेंजर, ट्विस्टर, ओक्टपस जैसे झूले फीट हो चुके हैं, जिन्हें उद्घाटन के साथ ही शुरू कर दिया जाएगा।
कवि सम्मेलन और मुशायरे के नाम तय
एक नई पहल के तहत इस वर्ष कवि सम्मेलन और मुशायरे में कवियों और शायरों की संख्या सीमित रखी गई है, ताकि उन्हें काव्य पाठ के लिए अधिक समय मिले और श्रोता भी इन नामचीन हस्तियों की रचनाओं का जी भर कर आनंद ले सकें। कवि सम्मेलन में हरिओम पंवार, सुरेन्द्र शर्मा, सुदीप भोला, अनामिका अंबर, जगदीश सोलंकी, अरूण जैमिनी और शशिकांत यादव काव्य पाठ करेंगे। मुशायरे में 8 शायरों जनाब ताहिर फराज साहब, जनाब सिकन्दर हयात गड़बड़, जनाब शाहिद अन्जुम, मोहतरमा सबिना अदीब, जनाब इकबाल अशहर, श्री विजय तिवारी, जनाब अज्म शाकिरी, जनाब जियां टोकी को अवसर दिया गया है।
विदेशों में भी दिखेगा मेला, मिलेगा हर अपडेट
इस वर्ष नवाचार के तहत दशहरे मेले का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया पर भी किया जा रहा है। इसके लिए फेसबुक, यू-ट्यूब और इंस्टाग्राम पर पेज तैयार किया गया है। मेले के सभी कार्यक्रमों का फेसबुक और यूट्यूब पर लाइव प्रसारण करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे मेले का आनंद देश तथा विदेश के लोग भी ले सकेंगे। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर @kotadussehramelaofficial तथा यूट्यूब पर @kotadussehramelaofficial1 के नाम से पेज को सर्च किया जा सकता है। मेले के कार्यक्रमों में आमजन को निमंत्रित करने के लिए प्रतिदिन 1.5 लाख एसएमएस भी भेजे जाएंगे।
बाजार के नाम भी बदले
- वेस्ट जोन फूडकोर्ट- माता अन्नपूर्णा बाजार
- ईस्ट जोन- मां कौशल्या बाजार
- नोर्थ जोन- माता जानकी बाजार
आस्था की बयार, मनोरंजन अपार
विवेक राजवंशी ने बताया कि इस बार मेले में आस्था और मनोरंजन दोनों का विशेष संगम देखने को मिलेगा। मेले में इस वर्ष अशोक वाटिका तैयार की गई है जहां इस्कॉन टेंपल बेंगलुरु की कोटा शाखा हरे कृष्ण मंदिर द्वारा अयोध्या विराजमान श्रीराम लला के विग्रह के प्रतिकृति बनाई जा रही है। वहीं अमरनाथ की गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन भी होंगे। इसके अलावा मनोरंजन के लिए कश्मीर की वादियों का सेटअप लगाया गया है। फिश टनल भी बनाई गई है। मेले में द ग्रेट गोल्डन सर्कस भी तथा देश का सबसे बड़ा मौत का कुंआ भी आ चुके हैं।
कलश यात्रा के साथ शुरू होगी रामकथा
पहली बार बीमा, अधिक सुरक्षित होगा मेला
131 वर्ष के इतिहास में इस बार पहली बार मेले का 20 करोड़ रुपए का बीमा करवाया गया है। इससे मेले के दौरान कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने पर प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा।
मेले में आठ स्थानों पर होगी पाार्किंग
दो नए पार्किंग स्थल तैयार करते हुए मेले में आने वाले लोगों के लिए दशहरा मैदान की ओर आने वाली प्रत्येक सड़क पर पार्किंग तैयार की गई है। पार्किंग की दरे निर्धारित कर उनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साइकिल के लिए 5 रुपए, मोटरसाइकिल के लिए 10 रुपए तथा चार पहिया वाहनों के लिए 50 रुपए शुल्क होगा जो अगले दिन सुबह 6 बजे तक मान्य होगा। यदि संवेदक अधिक वसूली करता है तो इसकी शिकायत राजस्व अधिकारी कोटा दक्षिण से की जा सकती है। यदि पार्किंग में खड़े वाहन की क्षति होती है तो इसकी भरपाई उसे ही करनी होगी।
पार्किंग स्थल
- धार का अखाड़ा के पास स्थल
- ईदगाह के सामने
- आशापुरा कॉलोनी के बीच का स्थल
- किशोरपुरा ऐलवेटेड पुलिया के पास
- किशोरपुरा रोड पर नवनिर्मित वाहन स्टैंड
- पुराना झूला बाजार (सिर्फ दो पहिया वाहन)
- पुलिस कंट्रोल रूम के पास
- किशोरपुरा थाने के पास