केंद्र सरकार के खाद्य तेलों पर आयात शुल्क वृद्धि से सरसों के भाव में उछाल

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नई दिल्ली। खाद्य तेल-तिलहन बाजार में प्रचलित तेजी मजबूती के प्रभाव से 13-19 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान सरसों के दाम में भी भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई जिससे सरसों तेल तथा खल का भाव स्वाभाविक रूप से ऊंचा हो गया।

42% कंडीशन सरसों:42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का मूल्य दिल्ली में 150 रुपए बढ़कर 6600 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 325 रुपए उछलकर 7100/7125 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंच गया। गुजरात की डीसा एवं धनेरा मंडी में भाव 140 रुपए तेज रहा। हरियाणा की सिरसा एवं हिसार मंडी में सरसों की कीमत 400-400 रुपए की जोरदार वृद्धि के साथ क्रमश: 6200/6500 रुपए प्रति क्विंटल तथा 6000/6200 रुपए प्रति क्विंटल के उच्च स्तर पर पहुंच गयी। चरखी दादरी में भी भाव 250 रुपए बढ़ गए।

मध्य प्रदेश:सरसों का दाम मध्य प्रदेश में मुरैना एवं पोरसा में 150 रुपए तथा ग्वालियर में 300 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचा हो गया जबकि उत्तर प्रदेश की हापुड़ मंडी में 100 रुपए सुधरकर 6800 रुपए तथा आगरा मंडी में 250 रुपए बढ़कर 7375/7700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।

राजस्थान:सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान की विभिन्न मंडियों में सरसों के दाम में 300-400 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ जबकि नागौर में यह एकाएक 1050 रुपए की जोरदार उछाल के साथ 6350/6850 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। गंगानगर कोटा तथा बीकानेर में सरसों की कीमत 400-400 रुपए तथा अलवर में 350 रुपए प्रति क्विंटल तेज रही।

सरसों तेल: सरसों का भाव उछलने से सरसों तेल के दाम में भी प्रति 10 किलो पर 50-100 रुपए की भारी वृद्धि दर्ज की गई। दिल्ली में एक्सपेलर का दाम 85 रुपए की वृद्धि से 1400 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंच गया जबकि भरतपुर में यह 110 रुपए की उछाल के साथ 1440 रुपए प्रति 10 किलो हो गया। अधिकांश जगहों पर सरसों तेल का दाम 1400 रुपए प्रति 10 किलो या इससे ऊपर पहुंच गया है।

आवक: राष्ट्रीय स्तर पर सरसों की आवक 13 एवं 14 सितम्बर को 2.25-2.25 लाख बोरी, 16 एवं 17 सितम्बर को 2.50-2.50 लाख बोरी, 18 सितम्बर को 2.15 लाख बोरी तथा 19 सितम्बर को 2.70 लाख बोरी दर्ज की गई जबकि प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।

सरसों खल: सरसों खल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया क्योंकि पूर्व में बढ़े भाव पर निर्यात के लिए इसकी मांग कमजोर पड़ गई। आगे इसमें कुछ सुधार आने की उम्मीद है।