कोटा को औद्योगिक एवं पर्यटन नगरी बनाने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी: राजेश बिरला

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होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के संभागीय अध्यक्ष बनने पर अशोक माहेश्वरी का सम्मान

कोटा। माहेश्वरी समाज एवं इसकी विभिन्न घटक संस्थाओं की ओर से रविवार को होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के कोटा संभाग के अध्यक्ष बनने पर अशोक माहेश्वरी का झालावाड़ रोड स्थित रिर्सोर्ट पर अभिनंदन किया गया ।

इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश रेड क्रॉस सोसाइटी, कोटा नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष व माहेश्वरी समाज के राष्ट्रीय उपसभापति और कोटा माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला, मन्त्री बिट्ठल दास मूंदडा, उपाध्यक्ष नंद किशोर काल्या सह मन्त्री, घनश्याम मूंदडा, पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष महेश चंद अजमेरा, अर्थ मन्त्री घनश्याम लाल सोनी, कोटा जिला माहेश्वरी सभा के जिला अध्यक्ष सुरेश चंद्र काबरा, जिला मन्त्री ओम प्रकाश गट्टानी, माहेश्वरी सेवा संस्थान कोटा के अध्यक्ष प्रमोद कुमार भंडारी, सचिव दामोदर मूंदडा, माहेश्वरी पंचायत कोटा के अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जाखेटिया, माहेश्वरी प्रगति मंडल दादाबाड़ी के पदाधिकारियों ने अशोक माहेश्वरी का होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के संभागीय अध्यक्ष बनने पर शॉल ओढाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया ।

इस अवसर पर श्री माहेश्वरी समाज कोटा के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि होटल फेडरेशन आफ राजस्थान राज्य स्तरीय संस्था है। उसके कोटा संभाग के अध्यक्ष बनने पर अशोक माहेश्वरी की नियुक्ति माहेश्वरी समाज के लिए गौरव का विषय है। अशोक माहेश्वरी पिछले 25 वर्षों से कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव पद पर कार्य करते हुए कोटा के व्यापार एवं उद्योग जगत के विकास एवं शहर की मूलभूत सुविधाओं के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि कोटा को शिक्षा नगरी के साथ-साथ पर्यटन एवं औद्योगिक नगरी के रूप में गतिशीलता प्रदान की जाए, उसके लिए सभी को संयुक्त रूप से प्रयास करना होगा। बिरला ने कहा होटल फेडरेशन आफ राजस्थान की कार्यकारिणी के पद पर रहते हुए अशोक माहेश्वरी द्वारा पिछली 16 जून को प्रदेश स्तर की कार्यकारिणी की बैठक कोटा में बुलाई जिसमे राज्य भर के होटल रिसोर्ट एवं पर्यटन से जुड़े प्रभावशाली लोगों को कोटा में आमंत्रित करके कोटा को राज्य के पर्यटन के मानचित्र पर लाने का एक बड़ा प्रयास किया ,है जो एक सराहनीय कदम है।

इस अवसर पर होटल फेडरेशन आफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि राजस्थान द्वारा कोटा संभाग की जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है, उसके चलते हाडोती क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सभी का सहयोग लिया जाएगा । पर्यटन को लेकर हाडोती क्षेत्र में विपुल संपदा मौजूद है। कोटा, बूंदी, बारां एवं झालावाड़ मे पुरातत्व शैली एवं आधुनिक शैली से भरपूर ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो देश-विदेश में कहीं देखे नहीं जा सकते।

लेकिन प्रचार व प्रसार की कमी के चलते हाडोती देश के पर्यटन मानचित्र पर अपना उचित स्थान नहीं बना पाया है। होटल फेडरेशन आफ राजस्थान से जुड़ने के बाद हाडोती क्षेत्र मे भी पर्यटन से संबंधित सभी संभावनाओं के विकास के कार्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए फेडरेशन की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष हाडोती का पक्ष रखा गया था। हाडोती में पर्यटन विकास के रखरखाव के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार से 500 करोड रुपए की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि शीघ्र ही हाडोती में कोटा, बूंदी, बारां एवं झालावाड़ क्षेत्र का दौरा कर वहां के होटल रिसोर्ट व्यवसाईयों एवं पर्यटन से जुड़ी संस्थानों के साथ बैठक कर उसे क्षेत्र के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया जाएगा। इसके लिए सोमवार को बारां जिले के समस्त होटल रिसोर्ट व्यवसाईयों की एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर कोटा मोटर व्हीकल डीलर एसोसिएशन के सचिव अनिल मूंदड़ा, विनय कचोलिया, गिर्राज न्याती, दी एसएसआई एसोसिएशन के पूर्व सचिव पवन मूंदड़ा सहित माहेश्वरी समाज के वरिष्ठजन, व्यापारी एवं उद्यमी मौजूद थे।

जीएसटी की दरों में छूट का स्वागत: कोटा व्यापार महासंघ
कोटा। जीएसटी काउंसलिंग की बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा कारोबार के नियमों में सरलीकरण करने के साथ-साथ व्यापार उद्योगों को राहत देने का कोटा व्यापार महासंघ ने स्वागत किया है। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि अब हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को पहले की तुलना में कम किराया देना होगा, जो एक राहत की बात है। पहले हॉस्टल किराये पर 12% जीएसटी लगाने का प्रावधान था। अब जीएसटी काउंसलिंग ने इसे खत्म करने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने बताया कि कोटा मे अभी तक सभी हॉस्टल द्वारा किराए पर जीएसटी नहीं ली जा रही थी, हॉस्टलो में जीएसटी प्रावधान के स्पष्टीकरण नहीं था। अब जीएसटी काउंसलिंग द्वारा इस पर स्पष्टीकरण आने से जीएसटी से छुटकारा मिलेगा।