मुम्बई। वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल-मार्च) की तुलना में 2023-24 के दौरान भारत से हल्दी एवं जीरा के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई जबकि धनिया के शिपमेंट में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि के दौरान हल्दी का निर्यात 1.70 लाख टन से 8 हजार टन गिरकर 1.62 लाख टन तथा जीरा का निर्यात 1.76 लाख टन से 24 हजार टन घटकर 1.52 लाख टन पर सिमट गया।
दूसरी ओर इसी अवधि में धनिया का निर्यात 44 हजार टन से उछलकर 96 हजार टन से ऊपर पहुंच गया और इस तरह इसमें 52 हजार टन से कुछ अधिक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मालूम हो कि पिछले साल जीरा का घरेलू बाजार भाव उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2024 में देश से 17,432 टन हल्दी का निर्यात हुआ जो फरवरी के शिपमेंट 12,922 टन से 34.90 प्रतिशत ज्यादा मगर मार्च 2023 के निर्यात 18,819 टन से 7.37 प्रतिशत कम रहा।
जहां तक जीरा का सवाल है तो मार्च 2024 में इसका निर्यात 22,127 टन पर पहुंचा जो फरवरी के निर्यात 10,965 टन से 199 प्रतिशत ज्यादा रहा। मार्च 2023 में 18,552 टन जीरा का निर्यात हुआ था।
धनिया का निर्यात फरवरी 2024 के 5514 टन से 31.20 प्रतिशत बढ़कर मार्च 2024 में 7237 टन पर पहुंचा मगर वह मार्च 2023 के निर्यात 11,859 टन से 39 प्रतिशत कम रहा।
हल्दी एवं जीरा के निर्यात में गिरावट आने का प्रमुख कारण इसका स्टॉक कम रहना एवं भाव काफी ऊंचा होना था। वर्ष 2023 में जीरा के मूल्य ने पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया जबकि हल्दी का दाम भी काफी बढ़ गया था।
मगर शानदार उत्पादन एवं बकाया स्टॉक के कारण धनिया की अच्छी उपलब्धता रही और इसका दाम भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर बरकरार रहा जिससे इसके निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।