कोटा। तीन दिवसीय 63वां गीता जयंती महोत्सव 22 दिसंबर से मोक्ष एकादशी के अवसर पर गीता सत्संग आश्रम समिति के तत्वावधान में मनाया जाएगा। इस क्रम में सुबह 11:30 बजे गीता भवन से भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी।
समिति के अध्यक्ष राजेंद्र खंडेलवाल एवं महामंत्री रामेश्वर प्रसाद विजय ने बताया कि कलश यात्रा का आयोजन पहली बार किया जा रहा है। इसके लिए समिति ने व्यापक तैयारियां की है। कार्यक्रम के संयोजक भगवती प्रसाद खंडेलवाल मोरपा वालों ने बताया कि 23 दिसंबर को प्रातः 5:30 बजे से श्री कृष्ण चैतन्य प्रेम भक्ति संकीर्तन के के साथ प्रभात फेरी निकाली जाएगी। यज्ञ व हवन प्रातः 8:00 बजे से गीता परिवार के सौजन्य से होगा।
10:00 बजे सामूहिक गीता पाठ का आयोजन रहेगा। 1:30 बजे से 5:30 बजे तक विद्वानों के प्रवचन होंगे, जिसमें ज्ञान योग पर श्री सर्वेश प्रपन्नाचार्य महाराज रीवा वालों का प्रवचन होगा। इसी क्रम में जयपुर के गीता मर्मज्ञ सतीश शर्मा का गीता तत्व पर व्याख्यान होगा।
इसी प्रकार 24 दिसंबर को प्रातः 1:30 बजे से भक्ति योग पर सर्वेश प्रपन्नाचार्य जी का प्रवचन एवं गीता परिवार कोटा शाखा के बच्चों द्वारा प्रस्तुति तथा सतीश शर्मा जी का व्याख्यान भी होगा। उन्होंने बताया कि पिछले 63 सालों से गीता भवन में जयंती महोत्सव का कार्यक्रम मनाया जाता रहा है।
खंडेलवाल ने कहा कि भगवत गीता योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के मुख से मुखरित ऐसा ग्रंथ है, जिसमें सभी 18 पुराणों का सार है। मनुष्य को संसार में जीवन जीने की कला एवं मानव जीवन में आने वाली हर समस्याओं का समाधान मौजूद है।
गीता का अध्ययन मनन श्रवण चिंतन एवं नई ऊर्जा, नया समाधान, नया उत्तर, नई शांति एवं नए प्रकाश का उदय होता है। इस अवसर पर सह मंत्री महेंद्र कुमार मित्तल ने बताया कि गीता भवन के सभागार को नवीन रूप देकर वातानुकूलित बनाया गया है, जिसमें 550 लोगों के बैठने की क्षमता है।