श्रीराम मंदिर पर धनवंतरी जयंती पर संगोष्ठी आयोजित
कोटा। श्रीराम मंदिर में धनवंतरी जयंती मनाई गई, इस दौरान विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ. सुधीर उपाध्याय एवं राम मंदिर प्रबंध समिति के सभापति ने एक दवा एक दाम विषय पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हम गत 5 वर्षों से इस विषय पर संगोष्ठी करते हुए आ रहे हैं यह विषय अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। इसलिए इस वर्ष भी इस विषय को ही रखा गया है।
मीडिया के माध्यम से इस विषय का प्रचार पूरे देश में हो जब पेट्रोल व डीजल का दाम पूरे देश में एक हो सकता है तो एक ही दवा का पूरे देश में एक ही दाम क्यों नहीं हो सकता। कंपनियों के अन्य खर्च कम किए जाएं। दवा पर अधिकतम खुदरा मूल्य की जगह पर दवा का लागत मूल्य लिखा जाए।
अध्यक्ष दामोदर अग्रवाल ने कहा कि धन्वंतरी आयुर्वेद के देवता है, इसलिए दीपावली के दो दिन पूर्व धन्वंतरी की जयंती मनाई जाती है। महामंत्री परमानंद शर्मा ने कहा कि आज के 30 वर्ष पूर्व ललित किशोर चतुर्वेदी द्वारा चिकित्सालय शुरू किया गया था, आज यह चिकित्सालय बहुत बड़े स्तर पर पहुंच गया है।
अर्जुन सिंह चंदेल चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों का सहयोग हमें प्राप्त होता रहा है, हमारे यहां होम्योपैथिक आयुर्वेदिक एलोपैथिक दंत चिकित्सा लेबोरेटरी चिकित्सा फिजियोथैरेपी सोनोग्राफी आदि की व्यवस्था है जो बाजार से आधी रेट पर सभी जांच एवं इलाज किया जाता र्है।
डॉ. अशोक शारदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आई एम ए ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टिया दवा कंपनियों से चंदा नहीं ले। हम इस विषय को आई एम ए के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर उठा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि चिरंजीवी योजना में हर बीमारी का एक निश्चित शुल्क किया जा सकता है तो एक दवा का पूरे देश में एक दाम भी किया जा सकता है।
यह केंद्र सरकार का विषय है जो जनहित में विचार करना चाहिए। डॉ. महेंद्र पाल सिंह संयुक्त निदेशक कोटा ने कहा कि एक दवा एक दाम आज का विषय है। राष्ट्रीय स्तर पर इस विषय को उठाया जाएं।
दवा कंपनियों को कंट्रोल सरकार के पास है। डॉ. दिनेश शर्मा सेवानिवृत्ति उपनिदेशक आयुर्वेदिक विभाग कोटा ने कहा की गुणवत्ता के साथ दवा का पूरे देश में एक ही दम होना चाहिए। डॉ. मुकेश दाधीच ने कहा कि आज का विषय एक राष्ट्रीय चिकित्सकीय समस्या है। प्रधानमंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए। इस कार्यक्रम में संस्था के सभी सदस्य उपस्थित रहे। महामंत्री परमानंद शर्मा ने मंच संचालन किया।