-कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा। रानपुर में 120 करोड़ की लागत से 100 एकड़ में बने ट्रिपल आईटी के स्थाई कैम्पस का उद्घाटन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सांवलियाजी से वर्चुअल मोड में किया। उन्होंने रिमोट से बटन दबाकर उद्घाटन करते हुए कहा कि ट्रिपल आईटी कैम्पस कोटा डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
पीएम मोदी ने कोचिंग सिटी को बधाई देते हुए कहा कि कोटा में ट्रिपल आईटी कैम्पस बनने से एजुकेशन हब के रूप में कोटा की पहचान और भी सशक्त होगी। इस अवसर पर ट्रिपल आईटी कैम्पस कोटा के चेयरमैन लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट, डाॅॅयरेक्टर प्रोफेसर एनपी पाण्डे, रजिस्ट्रार प्रो. एम.एम.शर्मा, कोर्डिनेटर प्रो. ए.के. व्यास मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा की ट्रिपल आईटी के नवनिर्मित भवन के अलावा चित्तौड़गढ़-कोटा रेल लाइन के विद्युतीकरण का लोकार्पण भी किया।
कोटा में ट्रिपल आईटी की घोषणा के करीब 12 साल बाद यह धरातल पर आई है। तात्कालिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कोटा समेत 20 जगहों पर वर्ष 2011 में ट्रिपल आईटी की स्थापना की घोषणा की गई थी। केन्द्र सरकार ने हर ट्रिपल आईटी के लिए 185 करोड़ देने का फैसला किया था।
कोटा के लिए घोषित इस ट्रिपल आईटी के लिए कोई स्थाई या अस्थाई भवन नहीं होने के कारण इस ट्रिपल आईटी को जयपुर के मालवीय नगर स्थित एनआईटी के भवन में वर्ष 2013 से चालू कर दिया गया था और अब तक कोटा के नाम से जयपुर में चल रही इस ट्रिपल आईटी में से 6 बैच पास आउट भी हो चुके हैं।
नया भवन बनने के बाद इसी साल से कोटा के रानपुर में ट्रिपल आईटी को शुरू कर दिया गया है। 11 अगस्त से ही यहां कैम्पस क्लासें चालू है लेकिन इसके भवन का औपचारिक उद्घाटन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांवलियाजी में किया।
कोटा के रानपुर में 100 एकड़ में करीब 120 करोड़ रुपए की लागत से ट्रिपल आईटी के कैंपस की स्थापना की गई है। हॉस्टल बनकर तैयार हैं जिसमें छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग रहने का प्रबन्ध है। हॉस्टलों में 850 छात्र-छात्राओं छात्राओं के रहने का प्रबंध है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ जिले के सांवरिया जी में करीब 7200 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान का स्थायी परिसर भी राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आईआईआईटी परिसर के विकास के साथ, शिक्षा केंद्र के रूप में कोटा की पहचान मजबूत होगी।
प्रधानमंत्री ने चित्तौड़गढ़-नीमच रेलवे लाइन और कोटा-चित्तौड़गढ़ विद्युतीकृत रेलवे लाइन के दोहरीकरण से जुड़ी परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। इन परियोजनाओं पर 650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। इससे क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचा सुदृढ़ होगा और राजस्थान में ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।