पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, पंडाल में गूंजता रहा हर- हर महादेव
कोटा। शिव महापुराण के मर्मज्ञ पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि भगवान शिव जी पर एक लोटा जल चढ़ा देने मात्र से ही हमारी सभी इच्छाएं और मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। इसके लिए आवश्यक है कि जब हम जल चढ़ाएं निष्कपट भाव से चढ़ाएं।
पंडित मिश्रा रविवार को कोटा के दशहरा मैदान स्थित विजय श्री रंगमंच पर श्रद्धालुओं से खचाखच भरे विशाल पांडाल में देवशिव महापुराण कथा के पहले दिन श्रद्धालुओं को कथा का श्रवण करा रहे थे। कथा के प्रारंभ में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तथा डॉक्टर अमिता बिरला ने पंडित पंडित प्रदीप मिश्रा का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
ओम बिरला ने संबोधित करते हुए कहा कि कोटा धर्म और आस्था की नगरी है। पंडित प्रदीप मिश्रा के आगमन से महादेव के प्रति आस्था को बल मिला है। कलश यात्रा में लाखों महिलाओं ने भाग लेकर यह दर्शा दिया है कि भगवान मथुराधीश प्रभु और गोदावरी धाम बालाजी के साथ-साथ देवादिदेव शिव भी हमारे हृदय में बसते हैं।
विधायक संदीप शर्मा और गीता शर्मा ने व्यासपीठ का पूजन कर कथा का शुभारम्भ किया। वहीं केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी व्यासपीठ से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कथा पंडाल में पहुंचे। इस दौरान पण्डित प्रदीप मिश्रा ने भक्तों को बिल्व पत्र और एक लोटा जल के द्वारा हर समस्या का हल बताया। उन्होंने समस्या के साथ उनके उपाय भी सुझाए।
व्यासपीठ से पण्डित मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव को जल तो चढ़ाना लेकिन मन में छल कपट रखकर जल मत चढ़ाना। निष्कपट भाव से, निर्मल मन से, निर्मल हृदय से शिव जी को जल चढ़ाएं। उन्होंने स्वप्न में पितरों के आने पर उपाय बताए।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि दरवाजे पर आटे से रंगोली बनाई जाती है। जिससे देव पितर प्रसन्न होते हैं और घर में शुभ सूचना प्राप्त होती है। उन्होंने पितरों और देव पितरों के मध्य अंतर को समझाया और देव पितरों को प्रसन्न करने के उपाय भी सुझाए।
कथा के दौरान हर हर महादेव के जयकारों से पंडाल गुंजायमान होता रहा। वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा गाए मधुर भजनों पर महिला पुरुष झूमते रहे। कथा के उपरांत विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि हम सभी भक्तों की आस्था और श्रद्धा के परिणाम के कारण आज हम सभी का यह सपना पूरा हुआ है। भगवान देवादिदेव शिव का आशीर्वाद हमको प्राप्त हो रहा है।
कोटा की शिक्षा को बदनाम किया जा रहा
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान कहा कि कोटा में क्वालिटी एजुकेशन मिलती है, लेकिन कुछ लोग यहां की शिक्षा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को दिल से पढ़ाई करनी चाहिए, दिल से परीक्षा देनी चाहिए, असफल हो जाए तो कोई बात नहीं, तुम्हारे माता- पिता का घर तुम्हारा इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सफलता देती है और परीक्षा फल देती है। उन्होंने कहा कि पिता शर्ट के नीचे फटी बनियान पहन लेता है, लेकिन बेटे को जींस टी शर्ट पहनाता है। उनका ध्यान में रखकर पढ़ाई करनी चाहिए।
पितृ पक्ष में शिव पुराण सुनने से होते हैं पितर प्रसन्न
प्रदीप मिश्रा ने श्राद्ध पक्ष में देव शिव महापुराण सुनने के विशेष महत्व के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि कोटा के लोग सौभाग्यशाली हैं कि वह श्राद्ध पक्ष में देव शिव पुराण सुन रहे हैं। इस दौरान हमारे पितर अपने घरों से निकलकर हमारे साथ शिव पुराण की कथा सुनने के लिए आते हैं।
सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों को घेरा
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान कहा कि जो लोग सनातन पर टिप्पणी कर रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए की कोटा में मथुराधीश प्रभु विराजमान हैं। सालासर और मेहंदीपुर में बालाजी विराजमान हैं। खाटूश्याम धाम पर खाटूश्याम जी विराजमान हैं। जिस प्रकार से शिक्षा का केंद्र कोटा है। उसी प्रकार से हमारे पूर्वजों और पितरों का केंद्र राजस्थान है। उन्होंने कहा कि विधर्मियों से संघर्ष के दौरान सेठ भामाशाह ने अपनी दौलत और अपना सर्वस्व राणा को दे दिया था। तब जाकर सनातन धर्म की स्थापना हो सकी थी।
कथा शुरु होने से पहले ही खचाखच भर गया पंडाल
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए प्रातः 11 बजे से ही भक्त पंडाल में पहुंचना शुरू हो गए और कथा शुरू होने से पहले ही खचाखच भर गया था। ऐसे में पंडाल के बाहर बनी हुई दुकानों में भी बड़ी संख्या में भक्तों ने बैठकर कथा सुनी। भीषण गर्मी के बावजूद भक्त भोले की भक्ति में लीन नजर आए। बड़ी संख्या में कूलर लगाए गए थे। यहां पर 100 से अधिक कर्मचारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सेवा में जुटे रहे।
विधायक संदीप शर्मा पर मथुराधीश प्रभु की विशेष कृपा
कथा के दौरान पंडित मिश्रा ने कहा कि विधायक संदीप शर्मा पर भगवान मथुराधीश, द्वारकाधीश, गोदावरी बालाजी तथा देवादिदेव शिव की विशेष कृपा हुई है। इसलिए वे कोटा में कथा लेकर आए हैं। भगवान शिव शंकर अघोरी हैं अविनाशी हैं। उनकी कृपा से सबका बेड़ा पार होता है। कथा के उपरांत विधायक संदीप शर्मा, पूर्व विधायक हीरालाल नागर, रामरतन बेरवा, रामगोपाल राठौर, भवानी सिंह सिसोदिया, अशोक मीणा, मनोज शर्मा, विशाल शर्मा, संजय शर्मा ने व्यासपीठ तथा शिव महापुराण की आरती की। इस दौरान प्रदीप शर्मा और श्रद्धा शर्मा ईसर और पार्वती बनकर आए।