कोटा में अति संवेदनशील माने जाने वाले अनंत चतुर्दशी महोत्सव शोभायात्रा के दौरान शहर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखने की पुलिस ने पुख्ता व्यवस्था की है। इसके लिए राज्य के अन्य हिस्सों से बुलाए गए पुलिस जाब्ते को तैनात किया जा रहा है तथा ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के प्रबंध किए गए हैं।
–कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा। राजस्थान में कोटा के सबसे संवेदनशील धार्मिक जुलूस में से एक माने जाने वाले अनंत चतुर्दशी महोत्सव के शोभायात्रा के दौरान पुलिस सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे। अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली शोभायात्रा में डेढ़ से दो लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
वर्ष 1989 में 6 सितम्बर को अनंत चतुर्दशी महोत्सव के अवसर पर निकली शोभायात्रा के दौरान घंटाघर में बम फेंकने से कोटा में हुए साम्प्रदायिक दंगे की घटना के बाद से ही अति संवेदनशील माने जाने वाले इस जुलूस के आयोजन के मौके पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जाते रहे हैं और इस बार भी बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता इस जुलूस के दौरान तैनात किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने बुधवार को बताया कि अनंत चतुर्दशी पर्व के अवसर पर निकलने वाली शोभायात्रा के दौरान कोटा शहर में जुलूस मार्ग को 18 सेक्टरों में विभाजित कर यहां 3700 पुलिसकर्मियों, राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया जाएगा जिनमें 17 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 33 पुलिस उप अधीक्षक, 50 पुलिस निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक निरीक्षक स्तर के अधिकारी भी शामिल होंगे।
श्री चौधरी ने बताया कि संपूर्ण शहर में शोभायात्रा के मार्ग पर निगरानी के लिए एक सौ से भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मार्ग पर छह ड्रोन और 90 वॉच टावर से निगरानी रखी जाएगी।पुलिस ने सावचेती बरतते हुए बुधवार से ही कोटा शहर की होटलों, धर्मशाला में आकर ठहरने वाले लोगों और बस स्टैंड रेलवे स्टेशनों पर विशेष निगरानी के बंदोबस्त किए हैं।
अनंत चतुर्दशी की शोभायात्रा के दौरान कोटा शहर में बड़ी संख्या में ऎसे पुलिस अधिकारी भी तैनात किए जाते रहे हैं जो पूर्व में कोटा में नियुक्त रह चुके हैं और अनंत चतुर्दशी के जुलूस के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में भली-भांति जानते हैं। उनके अनुभव का लाभ लेने के लिए ऎसे पुलिस अधिकारी भी तैनाती की रही जाती रही है। इस बार भी बड़ी संख्या में ऐसे अधिकारी तैनात किये जाएंगे।
शोभा यात्रा के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स, रैपिड एक्शन फोर्स, पुलिस कमांडो और आर्म्ड बटालियन के सशस्त्र जवानों को भी तैनात किया जाएगा जो कानून व्यवस्था रखना बनाए रखने में स्थानीय पुलिस की मदद करेंगे। कोटा में 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। इस पर्व पर कोटा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदू धार्मिक संगठनों और स्थानीय लोगों की ओर से जुलूस अखाड़े एवं झांकियां निकाली जाती है और इसके बाद गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर निकलने वाली मुख्य शोभायात्रा दोपहर में करीब 12 बजे गुमानपुरा स्थित मल्टीपरपज स्कूल के सामने से रवाना होकर सूरजपोल दरवाजे, कैथूनीपोल,रामपुरा कोतवाली क्षेत्र से होते हुए चंबल नदी की बांई मुख्य नहर पर स्थित किशोर सागर तालाब की पाल पर बनी प्राचीन बारहदरी पर संपन्न होती है जहां गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है।
कोटा में अनंत चतुर्दशी महोत्सव के दौरान जबरदस्त धूमधाम-गहमागहमी रहती है। कोटा में अनंत चतुर्दशी के अवसर पर जुलूस निकालने की पुरानी परंपरा रही है। कोटा में गुमानपुरा के मल्टीपरपज स्कूल के सामने से निकलने वाली मुख्य शोभायात्रा में शामिल होने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों से अखाड़ों की ओर से परंपरागत छोटे-छोटे जुलूस निकाले जाते हैं जिसमें अखाड़े के उस्तादों के दिशा निर्देशों में स्वयंसेवक अपने करतबों का प्रदर्शन करते हुए चलते हैं। बैंड बाजों की धुनों के साथ निकलने वाले इन जुलूस में शहर के गली-मोहल्लों में लोगों की भीड़ उमड़ती है जो आगे जाकर मुख्य शोभायात्रा का हिस्सा बन जाती है ।
पुलिस को इस शोभायात्रा के दौरान डेढ़ से दो लाख लोगों के जन समूह के उपस्थित होने का अनुमान है। कोटा शहर पुलिस की ओर से बुधवार को महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में पुलिस अधिकारियों और जवानों की एक वृहद बैठक आयोजित की गई जिसमें अनंत चतुर्दशी के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में मौजूद वृत पुलिस अधिकारियों, थाना अधिकारियों और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जानकारी दी गई।