केवट कल्याण बोर्ड नहीं बना तो खुले आम कांग्रेस से बगावत होगी

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केवट, कहार, कीर, कश्यप समाज ने दी वादा खिलाफी पर चेतावनी

कोटा। राजस्थान कहार भोई, कीर, मेहरा कश्यप निषाद समाज आरक्षण संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा आगमन पर भी केवट कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा नहीं की एवं 13 सूत्रीय मांगपत्र पर ध्यान नहीं दिया तो खुले हम कांग्रेस के प्रति समाज के लोग बगावत करेंगे।

समिति के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर कहार एवं समिति की प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा सरिता केवट ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि पिछले 13 वर्षों से समाज के लोग एसटी में आरक्षण देने एवं केवट कल्याण बोर्ड के गठन की मांग लगातार करते आ रहे हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव से पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने सार्वजनिक रूप से समाज के सामने वादा किया था कि सरकार बनने पर मांगे पूरी की जाएगी। 5 साल पूरे होने को है लेकिन सरकार ने एक बार भी हमें बुलाकर बात नहीं की और वादा खिलाफी करती आ रही है।

संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव किशन कीर, रामचंद्र कश्यप , हेमराज कश्यप, चिरंजी लाल कहिर, पप्पू लाल केवट, बबलू कहार आदि समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि विधानसभा की 20 सीटों में 40000 मतदाता उनके समाज के हैं। प्रदेश की 120 विधानसभा सीटों पर समाज का गहरा प्रभाव है।

उन्होंने बताया कि मांगों को लेकर आगामी 29 सितंबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर 5000 लोग प्रदर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री एवं राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य कोटा में आ रहे हैं तो उनका कर्तव्य बनता है कि समाज के प्रतिनिधियों से बात कर के केवट कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा करे।

साथ ही चुनाव घोषणा पत्र में इस बात को प्रकाशित भी करें। उमाशंकर कहार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार में भागीदार निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के आह्वान पर समाज के लोग निषाद पार्टी का गठन कर प्रदेश में सभी जगह कांग्रेस प्रत्याशियों को हराने का काम करेंगे।

धारीवाल को इस चुनाव में सबक सिखाएंगे
कोटा में भी वादा खिलाफी करने पर शांति धारीवाल को चुनाव में सबक सिखाने का प्रयास करेंगे। कोटा उत्तर में 17000 से अधिक मतदाता केवट कहार,भोई, कश्यप समाज के हैं। इन लोगों ने आरोप लगाया कि राजस्थान में दोनों प्रमुख पार्टियों ने समाज के साथ धोखा किया है। समाज ने मांग की है कि चंबल रिवर फ्रंट में नौका संचालन का काम केवट समाज को दिया जाना चाहिए ।