जयपुर। राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम अशोक गहलोत और राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को चुनौती दी कि मां का दूध पिया है तो जेल के अंदर डाल के देखो। स्वागत करूंगा। वसुंधरा राजे ने 38 दिन जेल के अंदर डाल दिया। इंतजार कर रहा हूं। राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के सवाल पर कहा कि गलती हो गई जला दी गई, नहीं तो यह दिन देखना नहीं पड़ता।
गुढ़ा ने कहा कि गलती हो तो सौ बार माफी मांग लू। कोई भी अपनी जनता और विचारधारा से बड़ा नहीं हो सकता। गलती हो तो माफी मांगने में कहां दिक्कत है। लेकिन मेरी गलती क्या है। 2008 और 2018 में मुख्यमंत्री को अल्पमत से बहुमत में लाएं है। संकटकाल में साथ दिया। छाया की तरह साथ खड़े रहे। क्या-क्या नहीं किया। अब मेरी जरूरत खत्म हो गई। सत्र शुरू होने से पहले जाम बांध देता। सांस रोक देता, लेकिन समय ही नहीं है, क्या करें।
हमारे साथ वादाखिलाफी की
बसपा के साथियों पर गुढ़ा ने कि लुटे-पिटे है। तय यह हुआ था कि तीन को मंत्री बनाएंगे। तीन को सेट करेंगे। हमारे साथ वादाखिलाफी की। मुख्यमंत्री ने कमिटमेंट किया था। एक सवाल के जवाब में राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वह अपनी लड़ाई खुद लड़ना जानता है। शेखावटी राव शेखा की कर्मस्थली रही है।
महिला के सम्मान के लिए एक साथ तीन पीढ़ियां कट गई थी हमारी। एक सवाल के जवाब में कहा कि सचिन पायलट पढ़े लिखे हैं। मैं पायलट का प्रवक्ता नहीं हूं। विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “मैंने दो बार सरकार को बचाया है। दो बार 6-6 विधायक देकर अशोक गहलोत की सरकार को बचाया है और छोटी सी बात बोल दी तो मुझे बर्खास्त कर दिया। सदन में बोलने पर बर्खास्त किया गया है। इसलिए अब सदन में ही सारी बातें कहूंगा।
बीजेपी से कोई सांठगांठ नहीं
विधानसभा में दिए बयान को लेकर राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, “मैं सदन में बोल रहा था. उसके बाद कार्रवाई हुई है। ये तो मेरे मन में पीड़ा है. इसलिए अब सदन में ही अपने मन की पीड़ा कहूंगा। अध्यक्ष से समय मागूंगा और खुलकर बोलूंगा।” राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने राजेंद्र राठौड से सांठ-गांठ पर कहा कि कोई साजिश नहीं है। मेरी सीट पर बीजेपी से आमने-सामने लड़ाई होती है। वहां पर कांग्रेस फाइट में नहीं रहती है तो हम बीजेपी से लड़ते हैं। मैंने सरकार बचाई तो तब कांग्रेस ने नहीं कहा कि बीजेपी से मिला हुआ हूं। जब मैं कांग्रेस के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से लड़ रहा था तो तब बीजेपी से मिले रहने का आरोप नहीं लगाया। अब बीजेपी से मिलने का आरोप बेबुनियाद और झूठा है।