- चंबल रिवर फ्रंट के पहले चरण का अगस्त के दूसरे सप्ताह में लोकार्पण प्रस्तावित
- न्यास मंडल की 202वीं बैठक में विभिन्न कार्ययोजना प्रस्तावों का अनुमोदन
-कृष्ण बलदेव हाडा-
राजस्थान के कोटा में पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए बनाए जा रहे चंबल रिवर फ्रंट के 6.5 किलोमीटर के हरितिमा से आच्छादित रहने वाले दूसरे चरण की विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन को तैयार करने का कार्यादेश जारी कर दिया गया है।
कोटा में चंबल रिवर फ्रंट के प्रथम चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है और अगले महीने में पहले हफ्ते में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कर कमलों से इसके उद्घाटन की जोरशोर से तैयारियां की जा रही है जिसे कोटा उत्तर से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की स्वप्निल परिकल्पना माना जाता है।
कोटा नगर विकास न्यास मंडल की 202वीं बैठक शुक्रवार को नगर विकास न्यास के अध्यक्ष एवं कलक्टर ओम प्रकाश बुनकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में कोटा में चंबल रिवर फ्रंट के दूसरे चरण सहित विभिन्न प्रस्तावों पर निर्णय कर अनुमोदन किया गया।
बैठक में शहर में चल रहे निर्माण कार्य की समीक्षा के साथ विभिन्न समाजों, संस्थाओं को आवंटित की गई भूमि, आवासीय योजनाओं पुनर्वास योजनाओं, व्यवसायिक योजनाओं की दरें,न्यास की योजनाओं के आवंटन सहित अन्य एजेंडो पर निर्णय कर अनुमोदन किया गया।
बैठक के बाद न्यास अध्यक्ष ओम प्रकाश बुनकर की ओर से बताया गया कि कोटा में विकसित किए गए विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजोन पार्क का कार्य अंतिम चरण में है। नियन्त्रण कक्ष स्थापित कर अन्तिम चरण के काम पर लगातार निगाह रखी जा रही है, ताकि सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जा सके।
इसके लिए अधिकारियों का दल जुटा हुआ है। उम्मीद जताई गई है कि अगस्त माह के दूसरे सप्ताह में मुख्यमंत्री के समय दिए जाने पर पर्यटन विकास के दोनों महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण समारोह आयोजित होगा।
बैठक में श्री बुनकर ने शहर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही शहर में स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण की निगरानी सुनिश्चित करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
बैठक में निर्देश दिए गए कि पर्यटन विकास आवागमन एवं जन सुविधाओं के सभी विकास कार्यों की सुविधा आमजन को सुगमता से उपलब्ध होती रहे, इसके लिए लगातार सामूहिक प्रयास से सुनिश्चित किया जाए।