कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की मूर्ति का हुआ अनावरण
कोटा। आंवली रोझडी गांव में स्थित डबुकड़ा देवनारायण मंदिर में मंगलवार को कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की मूर्ति काअनावरण उनके पुत्र विजय सिंह बैंसला, पुत्री सुनीता बैंसला और गुर्जर समाज के प्रबुद्धजनों ने किया। इस दौरान ‘‘रामप्यारी‘‘ को कलक्टर बनाने को लेकर लगातार चर्चा हुई। दरअसल कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला समाज की बेटियों को सांकेतिक तौर पर रामप्यारी बोलते थे और वे चाहते थे कि गुर्जर समाज की बेटियां भी ऊंचे ओहदे पर पहुंचे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कर्नल साहब की रामप्यारी कलक्टर बने, इसके लिए समाज बेटियों की शिक्षा सुनिश्चित करे। गांव-ढाणियों में उच्च शिक्षा नहीं मिल पाती। समाज शहरों में देवनारायण छात्रावास बनाएं ताकि बेटियां वहां आकर पढ़ सके। बेटियों के लिए जो भी छात्रावास बनेगा उसमें वे पूरा सहयोग देंगे।
बिरला ने कहा कि कर्नल बैंसला एक ऐसे यौद्धा थे जिन्होंने विश्राम किए बिना जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने पहले सीमाओं की रक्षा कर देश की सेवा की, फिर समाज की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। समाज को हक दिलाने के लिए उन्होंने एक नया संघर्ष प्रारंभ किया। गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर अलग जगाई।
बिरला ने कहा कि कर्नल साहब का पूरा परिवार शिक्षित और समर्थ था, लेकिन वे चाहते थे कि पूरा समाज शिक्षित और समर्थ हो। उनका मानना था कि समाज शिक्षा से समर्थ होगा तो ही देश समर्थ बन पाएगा। समाज का हक दिलाने के लिए उनका संघर्ष निरंतर जारी रहा, इस संघर्ष में वे न कभी थके और न ही कभी रूके।
उन्होंने कहा कि कर्नल बैंसला बेटियों के शिक्षा के प्रति सर्वाधिक चिंतित रहते थे। लेकिन दुख की बात है कि आज भी बेटियों को शिक्षित करने समाज के लोग हिचकते हैं। कर्नल साहब के सपने को सच करने के लिए इस सोच को बदलना होगा। इसके लिए समाज शहरों में बेटियों के लिए छात्रावास बनाए, जहां उन्हें शिक्षा और संस्कार मिलें। इस प्रयास में उन्हें बिरला का पूरा सहयोग मिलेगा।
बच्चों को पढ़ाओ, नशे से दूर रखो
कर्नल बैंसला के बेटे और गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह बैंसला ने कहा कि कर्नल साहब के संघर्ष का लाभ आज पूरे समाज को मिल रहा है। उनकी सोच दूरगामी थी, जिसे अब हम सब को मिलकर आगे बढ़ाना है। हम अपने बच्चों को पढ़ाएं और नशे से दूर रखें। उन्होंने स्पीकर बिरला को धन्यवाद देते हुए कहा कि समाज को जब भी उनकी जरूरत पड़ी, वे हमेशा समाज का साथ दिया।
बेटियां स्वयं अवसर बनाएं
कर्नल बैंसला की बेटी और वरिष्ठ आयकर अधिकारी सुनीता बैंसला ने कहा कि कर्नल बैंसला की रामप्यारी अभी तक कलक्टर नहीं बनी है। बेटियों को अपने लिए स्वयं अवसर बनाने होंगे। राजस्थान की तुलना में हाड़ौती में समाज के बच्चे अभी पूरी तरह शिक्षा से नहीं जुड़े हैं। हमें इस दिशा में गंभीरता से काम करना होगा।
यह भी रहे कार्यक्रम में उपस्थित
कार्यक्रम में सवाई भोज सुरेशदास महाराज भी उपस्थित रहे। अध्यक्षता पूर्व प्रधान मन्ना लाल गुर्जर ने की। विशिष्ट अतिथि रामलाल गुंजल, नेवा लाल खींची, डॉ बीएल गोचर, रमेश गोचर राजा रहे।
प्रतिभावान विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में गुर्जर समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, कर्मचारी गण अधिकारीगण, डॉक्टर इंजीनियर व रिटायर फौजियों का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम से पूर्व भव्य कलश यात्रा का भी आयोजन किया गया, जिसमें 251 महिलाएं सम्मिलित हुईं।