पायलट के अनशन पर बैठने के साथ ही गहलोत सरकार में खलबली

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जयपुर। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के जयपुर में अनशन पर बैठने के साथ ही गहलोत सरकार में खलबली मच गई है। उधर पायलट ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इधर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो रिलीज किया है। इस वीडियो के जरिए सीएम गहलोत ने साल 2030 तक राजस्थान को शीर्ष राज्य बनाने को लेकर अपना विजन सामने रखा है।

इस वीडियो में सीएम कहते हैं, ‘मैंने तय किया है कि मुझे साल 2030 तक राजस्थान को टॉप स्टेट बनाना है। इस सपने को ध्यान में रखते हुए पिछले चार बजट और इस साल का बजट बचत, राहत और बढ़त पर आधारित है। मैने जो योजनाएं चलाई हैं वो किसी अन्य राज्य ने नहीं चलाईं।’

इस वीडियो में गहलोत अपनी सरकार की कई योजनाओं का जिक्र करते सुनाई दे रहे हैं। इनमें चिरंजिवी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम, एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी और 10 लाख रुपये का एक्सीडेंट इंश्योरेंस जैसी योजनाओं का जिक्र मुख्यमंत्री कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि महंगाई बढ़ने की वजह से राजस्थान प्रोग्रेस नहीं कर पा रहा। यहां सरकार लोगों को ध्यान में रखकर हमने योजनाएं लाई हैं।

गहलोत कहते हैं कि ‘मिशन 2030’ को सफल बनाने के लिए कई काम किये गये हैं। वीडियो में सीएम कहते हैं कि मिशन को सफल बनाने के लिए पहले चरण में बचत, राहत और बढ़त वाला बजट था। आज मैं दूसरा चरण ले रहा हूं। 24 अप्रैल से पूरे राज्य में हजारों महंगाई राहत शिविर आयोजित किया जाएगा ताकि लोगों को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके साथ ही गहलोत ने लोगों से अपील की है कि वो इस कैंप के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लें और स्कीम का लाभ उठाएं।

इधर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने पार्टी की चेतावनियों को दरकिनार कर शहीद स्मारक पर अपना अनशन किया। सचिन पायलट वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ गहलोत सरकार द्वारा जांच नहीं कराए जाने से नाराज हैं।

राजस्थान कांग्रेस में घमासान: इधर राजस्थान की पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट एक दिवसीय अनशन पर हैं। इसपर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को तंज कसा और कहा कि राजस्थान कांग्रेस में मचा घमासान सड़कों पर आ गया है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह ने इस अवसर पर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को बहुसंख्यक ”विरोधी” भी करार दिया और दावा किया कि इसकी ”दुर्गति” निश्चित है। हालांकि, कांग्रेस ने पायलट के इस कदम को पार्टी विरोधी करार दिया है। पार्टी के स्‍थानीय मीडिया ग्रुप में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का एक बयान सोमवार देर रात जारी किया गया जिसके अनुसार, ”पायलट का अनशन पार्टी के हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है।”