नई दिल्ली। सरकार अगले साल से सोने के आभूषणों की ब्रिकी के लिए हॉलमार्क प्रमाणन अनिवार्य करने वाली है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने यह जानकारी शुक्रवार को दी। पासवान ने कहा, ‘सभी सोने के उत्पादों पर जनवरी से हॉलमार्क प्रमाणन होना चाहिए।
ज्यादातर भारतीय लोग सोने की शुद्धता को कैरट के हिसाब से समझते हैं, इसलिए सोने के आभूषणों पर 916 मार्क के साथ कैरट वैल्यू भी दर्ज होगी।’ उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने ये बातें ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस ऑन वर्ल्ड स्टैंडर्ड्स डे के मौके पर कहीं।
उन्होंने कहा कि देश में बिकने वाला सोना 14, 18 और 22 कैरट का होगा। पासवास के मुताबिक, अभी लोग जो सोने के आभूषण खरीदते हैं, उनकी गुणवत्ता नहीं जान पाते। पासवान ने बताया कि कुछ जूलरी में हॉलमार्क प्रयोग किया जाता है, लेकिन इससे उपभोक्ताओं को साफ तौर पर जूलरी की गुणवत्ता पता नहीं चलती।
इसके अलावा उपभोक्ता मामलों के मंत्री पासवान ने बताया कि प्रस्तावित नियमों के तहत हॉलमार्क में जूलरी में प्रयोग हुए सोने का कैरट भी दर्ज होगा।
ऐसे पहचानें असली हॉलमार्क
हॉलमार्किंग में किसी उत्पाद को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में बीआईएस वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। यदि सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है। लेकिन कई ज्वैलर्स बिना जांच प्रकिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगा रहे हैं।
ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है।
किस आधार पर तय किए जाते हैं ये नंबर
इन तीन अंकों के आधार पर सोने की शुद्धता पता करने के लिए आपको इस तरह की कोई सीरीज याद रखने की जरुरत नहीं है। इसको निकालने का सूत्र बड़ा ही साधारण है।
मान लीजिए आपको 22 कैरेट सोने पर पड़ा नंबर ज्ञात करना है तो आप 22 को 24 से भाग देकर उसको 100 से गुणा कर दें। इससे आपको 22 कैरेट सोने पर पड़ने वाला अंक ज्ञात हो जाएगा। 22/24×100 = 916 । इसी नियम का प्रयोग करके आप सोने की शुद्धता के आधार पर पड़ा नंबर जान सकते हैं।
कैसे तय कर सकते हैं गोल्ड की कीमत
अब आप हालमार्क का निशान और नंबर देखकर आप यह ज्ञात कर सकते हैं कि आपकी ज्वैलरी में कितने फीसदी शुद्ध सोना इस्तेमाल हुआ। सोने की कीमत का निर्धारण भी उसी हिसाब से करें। जैसे 24 कैरेट सोने का रेट अखबार पर 29000 है।
अब अगर आप बाजार में सोने की ज्वैलरी खरीदने जाते हैं तो मेकिंग चार्ज हटाकर आपकी ज्वैलरी की असली कीमत (29000/24)x22=265830 रुपए होगी। जबकि सुनार कई बार आपको 22 कैरेट सोना 29000 में ही देता है। यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने के दाम पर खरीद रहे हैं।
इसी 18 कैरेट सोने की कीमत 29000/24X18=27150 होगी। कई बार ज्वैलर्स 18 कैरेट वाली ज्वैलरी पर 22 या 24 कैरेट के भाव लगाकर साथ में बड़े बड़े ऑफर्स का लालच देते हैं।
हॉलमार्क से सोने की शुद्धता की पहचान
भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार भारत में आमतौर पर 22 कैरट सोने के आभूषण इस्तेमाल होते हैं। 22 कैरट सोने के आभूषण पर 916 अंक अंकित होता है। इसमें 91,6 प्रतिशत सोना होता है। इसी प्रकार सोने आभूषण पर अन्य अंकों का अर्थ लगाया जा सकता है।
375 का अर्थ 37.5 % शुद्ध सोना
585 का अर्थ 58.5 % शुद्ध सोना
750 का अर्थ 75.0 % शुद्ध सोना
916 का अर्थ 91.6 % शुद्ध सोना
990 का अर्थ 99.0 % शुद्ध सोना
999 का अर्थ 99.9 % शुद्ध सोना