अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संगीतमय कार्यक्रम ‘योगधारा’ कोटा में आज

0
232
40 से अधिक विदेशी मूल के सहजी कलाकार आध्यात्मिक गीत, संगीत, नृत्य की प्रस्तुति देंगे

कोटा। सहज योग परिवार और उम्मेद क्लब कोटा के संयुक्त तत्वावधान में 16 फरवरी को शाम 7 बजे नयापुरा स्थित क्लब भवन पर ध्यान, संगीत और नृत्य का अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक कार्यक्रम ‘योगधारा’ आयोजित किया जाएगा। जिसमें 21 देशों के 40 से अधिक सहजी कलाकारों के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी जाएंगी। ये विदेशी मूल के कलाकार सहज योग ट्रस्ट की माताजी निर्मला देवी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर भारत के आध्यात्मिक भ्रमण पर निकले हैं।

राज्य समन्वयक नवनीत त्रिपाठी ने बताया कि सहज योग परिवार द्वारा माताजी निर्मला देवी के जन्मशती वर्ष के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण विश्व में अनेक आध्यात्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। इसी के तहत रूस, यूक्रेन, चीन, न्यूजीलैंड, यूके, यूएसए समेत 21 देशों से सहज योग के विदेशी मूल के कलाकार श्री माताजी के जन्मशती पर सहजयोग और ध्यान के प्रचार- प्रसार के लिए निकले हैं।

वे अपने आध्यात्मिक संगीत कार्यक्रमों के द्वारा सम्पूर्ण देश में भारतीय जनमानस के सम्मुख ध्यान की महिमा का वर्णन कर रहे हैं। इन सभी कलाकारों द्वारा ध्यान की महिमा को समझा गया है। इन सभी ने सनातन संस्कृति को समझने के लिए विशेष रूप से हिंदी और संस्कृत भाषा के साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की भी शिक्षा ली है।

जिला समन्वयक लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि योगधारा कार्यक्रम में आध्यात्मिक संगीत कार्यक्रमों के द्वारा हिंदी में योग की महिमा, शिव महिमा, गणेश महिमा, देवी स्तुति के साथ ही संगीत और नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। कलाकारों का दल राजस्थान में अजमेर से कोटा पहुंचेगा। वे कोटा के बाद उदयपुर में भी प्रस्तुति देंगे।

ये दल 21 मार्च को छिंदवाड़ा में जन्मशती के समापन पर भारत यात्रा को विश्रांति देंगे। उम्मेद क्लब के अध्यक्ष आरडी मीणा और महासचिव लोकेंद्र सिंह राजावत ने कहा कि कोटा सहजयोग परिवार और श्री उम्मेद क्लब का यह साझा प्रयास कोटा की धरा के लिए एक अनोखा और सुखद अनुभव लेकर आएगा। मानव मात्र अपनी ही आंतरिक शक्ति से प्लावित हो उत्थान के पथ पर अग्रसर होगा।

सहज योग साधक पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि विश्व के 150 देशों में सहजयोग ध्यान से करोड़ों साधक जुड़े हुए हैं। वे अपनी ही आंतरिक शक्ति द्वारा चेतना को परमात्मिक चेतना से एकाकार कर समस्त दुर्गुणों से मुक्ति की राह में आगे बढ़ते हुए आनंद में अपना जीवनयापन कर रहे हैं। इन आध्यात्मिक कार्यक्रमों का पूर्ण लक्ष्य मानव को माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रणित सहजयोग की जानकारी प्रदान करना और सहजयोग ध्यान के मूल सिद्धांत अनुसार मानव की आंतरिक शक्ति का जागरण कर उसे आत्मानुभूति प्रदान करना है।