गोपी विरह, मीरा भक्ति, सुदामा और तुलसी चरित्र के साथ ही भागवत कथा की पूर्णाहुति

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कोटा। श्री धरणीधर जन सेवा संस्थान के तत्वावधान में धरणीधर गार्डन मेें आयोजित श्रीमद भागवत कथा की शुक्रवार को पूर्णाहुति की गई। कथा ज्ञानयज्ञ के सातवें दिन पं. रवि गौतम ने सुदामा चरित्र, गोपी विरह, मीरा भक्ति और तुलसी चरित्र की कथा का बखान किया।

उन्होंने कहा कि ईश्वर के प्रति प्रगाढ प्रेम रखते हुए सदैव प्रभु सुमिरन करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राधा और कृष्ण दो न होकर एक ही तत्व हैं। इस दौरान कथा व्यास ने “कभी ना बिसरुं राम, चाहे दुनिया बिसरी जाए..’’ सरीखे भजनों पर झूमने पर मजबूर कर दिया।

श्री धरणीधर जनसेवा संस्थान के अध्यक्ष हीरालाल नागर ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा में अतिथि डॉ. अमिता बिरला एवं गोविन्द माहेश्वरी रहे। इस अवसर पर फूलचन्द नागर, देवेन्द्र नागर, पुष्पेन्द्र नागर, महावीर नागर, राजेन्द्र नागर, मंहामत्री महावीर नागर, किशन अनुराग, महावीर नागर, हेमन्त नागर, प्रदीप नागर, किशन नागर किशोरपुरा, रमेश नागर, ओम लालाहेडा, रमेश जाखरूड समेत श्रद्धालु मौजूद रहे।