सांगोद विधायक भरत सिंह ने राज्य सरकार को लिखा पत्र
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के पूर्व में कैबिनेट मंत्री रहे और वर्तमान में कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के नवनियुक्त महानिदेशक ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों-अधिकारियों के नाम उजागर नहीं करने की बात कहकर राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को भी चुनौती दे डाली है।
भरत सिंह ने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को भेजे एक पत्र में कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक पद पर हेमंत प्रियदर्शी (ACB Director General Hemant Priyadarshi) जैसे अधिकारी को राज्य सरकार ने नियुक्त किया है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदेश की पारदर्शी व्यवस्था को यह कह कर चुनौती दे रहें कि ऐसे सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के नामों को उजागर नहीं किया जाएगा जिन्हे उनका अपना ही डिपार्टमेंट भ्रष्ट आचरण के मामले में रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करेगा और बाद में उनके खिलाफ न्यायालय में चालान भी पेश करेगा।
इससे स्पष्ट होता है कि यह अधिकारी ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम को गोपनीय बनाए रखने की आड़ में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों का पद पर रहना सर्वथा अनुचित है। इन्हें तत्काल प्रभाव से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक पद से हटाया जाना चाहिए।
राज्य सरकार को चाहिए कि वह भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश करने वाले ऐसे अधिकारी की जगह स्वच्छ छवि के किसी ईमानदार पुलिस अधिकारी को प्रदेश के इस अहम और महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त करें और सारी व्यवस्था को पारदर्शी बनाए रखें, ताकि प्रदेश के सरकारी तंत्र जहां कहीं भी व्याप्त भ्रष्ट व्यवस्था को उजागर किया जा सके।