नई दिल्ली। सीबीआई (CBI) ने वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) को आज गिरफ्तार कर लिया है। आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन लोन फ्रॉड मामले ( ICICI Videocon loan fraud case) में यह तीसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले सीबीआई ने बीते शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ रही चंदा कोचर को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके पति दीपक कोचर को भी गिरफ्तार किया गया था। चंदा कोचर पर मार्च 2018 में अपने पति को आर्थिक फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगा था।
ऐसा कहा जा रहा है कि वीडियोकॉन ग्रुप के मालिक वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और उनके दो संबंधियों के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई थी। इसमें दोनों के बीच 3250 करोड़ की ‘स्वीट डील’ हुई थी। ऐसे आरोप हैं कि 3250 करोड़ का लोन दिलाने में चंदा कोचर ने मदद की थी।
क्या है मामला: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकोन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का लोन दिया था। वीडियोकॉन ग्रुप ने इस लोन में से 86 फीसदी (करीब 2810 करोड़ रुपये) नहीं चुकाए। साल 2017 में इस लोन को एनपीए में डाल दिया गया। दरअसल, चंदा उस कमेटी का हिस्सा रहीं थीं, जिसने 26 अगस्त 2009 को बैंक द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को 300 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी। इसके अलावा 31 अक्टूबर 2011 को वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को 750 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी थी। कमेटी के इस फैसले ने बैंक के रेगुलेशन और पॉलिसी का उल्लंघन किया था।