नई दिल्ली। भारत में सड़को की स्थिति को लेकर फिक्की के 95वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि साल 2024 के अंत तक भारत की सड़कों का बुनियादी ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा।
इतना ही नहीं उन्होनें बताया कि हम देश में विश्व स्तरीय सड़क ढांचा बना रहे हैं और आपसे वादा करते हैं कि साल 2024 के खत्म होने से पहले हमारा सड़क ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में रसद की लागत एक सबसे बड़ी समस्या है। वर्तमान के समय में ये 16 प्रतिशत है। लेकिन लोगों से इसको लेकर वादा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे घटाकर हम सिंगल डिजिट में 9 फीसदी तक लेकर जाएंगे।
दुनिया के संसाधनों का 40 फीसदी उपयोग करने वाले निर्माण उद्योग के बारे में बात करते हुए कहा कि हम दूसरे ऑप्शन का इस्तेमाल करके में स्टील के उपयोग को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि हम जानते हैं कि निर्माण उद्योग न केवल पर्यावरण प्रदूषण में बड़ा योगदान देता, बल्कि इसके साथ ही 40 फीसदी से भी ज्यादा सामानों एवं संसाधनों की खपत भी करता है।
ग्रीन हाइड्रोजन होगा भविष्य: नितिन गडकरी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक ऊर्जा निर्माता के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए एक बेहतर स्थिति में भी है और इतना ही नहीं आने वाले समय में ग्रीन हाइड्रोजन ऊर्जा का एक बड़ा स्रोत भी होगा। उन्होंने ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य में उड्डयन, रेलवे, सड़क परिवहन, रसायन और उर्वरक उद्योगों में ऊर्जा का एक बहुत बड़ा स्रोत भी होगा ।