अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देर रात तक बरसा काव्य रस
कोटा। मेला दशहरा में शनिवार को विजयश्री रंगमंच पर देर रात तक काव्य रस की बरसात हुई। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में अपार जनसमूह के बीच प्रख्यात कवि डा.कुमार विश्वास समेत 9 कवियों ने काव्य के विविध रसों से सराबोर कर दिया।
कवि कुमार विश्वास ने मंच संचालन किया। उन्होंने अपनी सुपर हिट कविता कोई दीवाना कहता है… कोई पागल समझता है…” पर जनसमूह भी गा उठा। उन्होंने अपने गीतों कविताओं और बीच-बीच में हास्य व्यंग्य की फुहारों से देर तक श्रोताओं को बांधे रखा। हाडौती के नामचीन कवियों की रचनाओं का गायन कर उन्हें नमन किया। साथ ही विद्यार्थियों को तनाव रहित होकर लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित किया।
वरिष्ठ कवि जगदीश सोलंकी ने शहीदों और शहादत को समर्पित रचनाओं से भाव विभोर किया। तेजनारायण ‘बैचेन’ ने हास्य व्यंग्य की फुलझड़ियों से खूब हंसाया।उन्होंने ” सड़क रास्ते जाम कराकर जलवे अपने नाम कराकर… सभी मसीहा लौट चुके हैं, शहर में कत्ले आम कराकर…” वाहवाही लूटी।
लखनऊ की कविता तिवारी ने अपनी चिरपरिचित शैली में वीर रस की प्रस्तुतियों से खूब दाद पाई।उन्होंने सरस्वती वंदना “सारी धरा तुम्हारे गीत गा रही है.. ऐसा लगा तू मधुरिम वीणा बजा रही है…” से काव्य पाठ की शुरुआत की।
अतुल कनक ने चर्मण्यवती को अपनी रचना” मैं रंतिदेव की धवल कीर्ति की वाहक हूँ.. विपरीत दिशा में बहकर भी मैं पानीदार बटोही हूं… मैं परशुराम की भगिनी हूं, इसलिए सतत् विद्रोही हूं..” समर्पित की।
लखीमपुर के आशीष अनल, केकड़ी के बुद्धिप्रकाश दाधीच, धौलपुर के रामबाबू सिकरवार, धार के जानी बैरागी ने अपने निराले अंदाज से श्रोताओं का दिल जीता। आशीष अनल ने “भूली नहीं आँखें वो नजारा अब तक शेर कैसे लौटा था हमारा हम तक…” पढी।
जॉनी बैरागी ने हास्य रस से सराबोर करते हुए “बुझ नहीं सकती है ये आग मेरा वादा है, क्योंकि ये लगी हुई कम और फैलाई गई ज्यादा है…” सुनाई। बुद्धिप्रकाश दाधीच ने ” हमने मुश्किल में सिकंदर महान देखे हैं…” पढ़कर दाद पाई।
जगदीश सोलंकी का किया सम्मान
कवि सम्मेलन के दौरान कवि जगदीश सोलंकी का काव्य के प्रति समर्पण के लिए सम्मान भी किया गया। प्रतिवर्ष निगम की ओर से एक वरिष्ठ कवि का सम्मान किया जाता है। कवि जगदीश सोलंकी को 11 हजार की राशि और प्रशस्ति पत्र भेट किए।
इन्होंने किया शुभारंभ
इससे पहले मुख्य अतिथि समाजसेवी अमित धारीवाल, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, एलन केरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी, जफर मोहम्मद, पीसीसी के पूर्व सचिव शिवकांत नंदवाना, हाडौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला, मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, उप महापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, कवि सम्मेलन संयोजक अनिल सुवालका, इसरार मोहम्मद, अनूप कुमार, अजय सुमन, चेतना माथुर, भगवती कुमारी, आयुक्त वासुदेव मालावत, राजपाल सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अम्बालाल मीणा, अशोक त्यागी, मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह, अतिरिक्त मेला अधिकारी प्रेमशंकर शर्मा, मेला प्रभारी प्रकाश चंद, एक्यू कुरेशी ने शुभारंभ किया।