कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी के शिकंजे में फंसे पार्थ चटर्जी को ममता बनर्जी ने पार्टी के सभी पदों से बाहर निकाल दिया है। कुछ देर पहले ममता ने पार्थ को मंत्री पद से बाहर का रास्ता दिखाया था। पार्थ चटर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला में आरोपी हैं। हाल ही में ईडी के अधिकारियों को पार्थ के करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के दो घरों से 55 करोड़ से ज्यादा कैश और सोने के जेवरात बरामद हुए थे।
पार्थ चटर्जी के सितारे गर्दिश में हैं। ईडी की छापेमारी में उनके राज लगातार दुनिया के सामने आ रहे हैं। दूसरी ओर ममता बनर्जी ने कड़ा रुख अपनाते हुए जांच पूरी हो जाने तक पार्थ चटर्जी को पहले मंत्री पद और फिर पार्टी के सभी पदों से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने जानकारी दी कि पार्थ चटर्जी को पार्टी से निकाल दिया गया है। उन्हें महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बाकी तीन पदों से बाहर कर दिए गए हैं। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जांच पूरी हो जाने तक उन्हें सस्पेंड किया गया है। अगर वो सही साबित होते हैं तो वापसी होगी और अगर दोषी पाए जाते हैं तो पार्टी में उनकी वापसी नहीं होगी।
गौरतलब है कि इससे पहले पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया गया था। ममता बनर्जी ने इस कार्रवाई के बाद बयान दिया था कि कहा कि उनकी पार्टी सख्त कार्रवाई करती है। भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच कर रही ईडी ने 23 जुलाई को पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। उससे पहले उनके कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी जिसमें मोटी रकम बरामद हुई है।