नई दिल्ली। भारत ने मई में पाम तेल के आयात में 33.20 फीसदी की कटौती की है, जिससे मई में पाम तेल के आयात का आंकड़ा गिरकर 5,14,022 टन हो गया है। लेकिन इस दौरान RBD पामोलिन तेल के आयात में इजाफा किया गया है।
इंडस्ट्री बॉडी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (SEA) की मानें, तो भारत दुनिया का सबसे ज्यादा वेजिटेबल ऑयल आयात करने वाला देश है। भारत ने मई 2021 में 7,69,602 टन पाम तेल का आयात किया था।
भारत का कुल वेजिटेबल तेल आयात इस साल मई में घटकर 10,05,547 टन हो गया है, जो कि एक साल पहले तक 12,13,142 टन हुआ करता था। बता दें कि भारत कुल वेजिटेबल तेल आयात का करीब 50 फीसदी पाम तेल से आपूर्ति करता है।
SEA की रिपोर्ट के मुताबिक इंडोनेशिया ने 23 मई को कुछ शर्तों के साथ पाम तेल के निर्यात से प्रतिबंध हटा दिया है। साथ ही पाम तेल के निर्यात पर लगने वाले टैक्स को कम कर दिया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इंडोनेशिया से पाम तेल के एक्सपोर्ट को बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही वैश्विक कीमत में भी असर देखा जा सकता है।
अगर पाम तेल के उत्पादक देश की बात करें, तो इस साल मई माह में क्रूड पाम तेल (CPO) के आयात में 4.09 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जो कि इसी दौरान पिछले साल 7.55 लाख टन हुआ करता था। जबकि आरबीडी पामोलिन के आयात में एक लाख की तेजी दर्ज की गई है। क्रूड पाम कारनेल ऑयल (CPKO) 11,894 से घटकर 4,265 हो गया है।
अगर सॉफ्ट ऑयल की बात की जाए, तो सोयाबीन तेल का आयात इस साल मई में 3.73 टन बढ़ गया है, जो कि एक साल पहले तक 2.67 लाख टन हुआ करता था। इसी तरह सन फ्लावर तेल का आयात इस साल मई में घटकर 1.18 लाख टन हो गया है, जो एक साल पहले तक इस दौरान 1.75 लाख टन था। बता दें कि भारत ज्यादातर पाम तेल का आयात इंडोनेशिया और मलेशिया से करता है। जबकि बहुत ही कम मात्रा में क्रूड सॉफ्ट तेल का आयात करता है। इसमें सोयाबीन तेल अर्जेंटीना से आयात किया जाता है। जबकि सूरजमुखी के तेल को यूक्रेन और रूस से आयात किया जाता है।