कोटा। किसानों को संबोधित करते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि किसानों की कठिनाई जब भी मेरी जानकारी में आती है तो केंद्र और राज्य सरकार से बात कर उसे दूर करने का प्रयास करता हूं। इस बार भी चने और लहसुन की खरीद से जुड़ी बाधाओं को केंद्र सरकार के स्तर से दूर करवा दिया है। अब राज्य सरकार किसानों को जल्द से जल्द राहत देने के लिए बाजार हस्तक्षेप योजना में लहसुन खरीद की प्रक्रिया प्रारंभ करे, ताकि किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि चने खरीद में भी बारदाने की समस्या की जानकारी मिली है। उसे भी दूर करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
लहसुन फेंकने को मजबूर थे किसान: मंडी ले जाने पर लहसुन की लागत भी नहीं निकल रही थी। लहसुन को वापस घर ले जाने की जगह किसान उसको जलाने या फेंकने के लिए मजबूर हो गए थे। आपके प्रयासों से किसानों में उम्मीद की नई किरण जगी है। किसान और उनके परिवार आज आपका आभार जता रहे हैं। यह बात गुरूवार को बारां के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कही।
स्पीकर बिरला का अभिनंदन :संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के प्रवास पर आए लोक सभा अध्यक्ष बिरला गुरूवार को कैंप कार्यालय में जनसुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान अंता, बारां, मांगरोल, अटरू, छबड़ा और छीपाबड़ौद क्षेत्र के करीब 100 किसान वहां पहुंचे। उन्होंने स्पीकर बिरला का साफा पहनाकर और माल्यार्पण अभिनंदन किया।
स्पीकर बिरला ने की किसानों की मदद: किसानों ने कहा कि पिछले साल लहसुन के दाम तेज थे। इस कारण अधिकांश किसानों ने लहसुन की फसल की। लेकिन इस बार भाव बुरी तरह गिर गए। नतीजा यह रहा है कि जो पैसा जेब से लगाया, वह भी डूबता नजर आ रहा था। किसानों में डर था कि यह स्थिति परिवार की खुशियों को भी छीन लेगी। ऐसे में परेशान किसानों की मदद स्पीकर बिरला ने की और बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन की खरीद के आदेश करवा दिए। अब किसान खुश हैं और इसी लिए स्पीकर बिरला का आभार व्यक्त करने आए हैं।
इस दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद गर्ग, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजीव भारद्वाज, किसान मोर्चा अध्यक्ष मुकेश धाकड़ महामंत्री कृष्णमुरारी दिलावर, मुरली मीणा, कोषाध्यक्ष आनंद जैन, अंता सीसीबी के पूर्व चेयरमैन दुर्गाशंकर मीणा, विद्यारतन जैन, ओम चक्रवर्ती, द्वारका मेहता, सांवलिया मेहता, पप्पू धाकड़, गोविंद अग्रवाल, गिरीश मूंदड़ा, राधेश्याम मेहता, दशरथ सिंह आदि उपस्थित रहे।