नई दिल्ली। एलआईसी निवेशकों को 94,116 करोड़ का नुकसान हुआ है। एलआईसी का शेयर (LIC Share Price) इस समय अपने 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर के करीब है। बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यह शेयर बीएसई (BSE) पर 0.69 फीसदी या 5.60 रुपये की गिरावट के साथ 800.25 पर बंद हुआ था।
एलआईसी के शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 920 रुपये और न्यूनतम स्तर 800 रुपये है। एलआईसी का आईपीओ प्राइस 949 रुपये था। इस तरह इस शेयर में 16% की गिरावट आ चुकी है। कंपनी के बाजार पूंजीकरण की बात करें, तो यह गिरकर शुक्रवार को बीएसई पर 5,06,157 करोड़ रुपये रह गया था। एलआईसी आईपीओ प्राइस के अपर बैंड के अनुसार कंपनी का एम-कैप 6,00,242 करोड़ रुपये था।
निवेशकों को बड़ा झटका: यह उन निवेशकों के लिए और भी बड़ा झटका है, जिन्होंने हाल के दिनों में Paytm, Zomato और Nykaa जैसी कंपनियों में बड़ा पैसा गंवाया है। सार्वजनिक रूप से लिस्टेड सबसे मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट में एलआईसी की रैंकिंग 5वें स्थान से फिसलकर 7वें स्थान पर आ गई है। एलआईसी का एम-कैप अब हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) से नीचे है।
8 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था शेयर: एलआईसी का शेयर 17 मई को स्टॉक एक्सचेंजों पर 949 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 8 फीसदी डिस्काउंट के साथ 867 रुपये पर लिस्ट हुआ था। तब से स्टॉक में लगभग 8% की गिरावट आई है, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में मई के मध्य के निचले स्तर से रिकवरी देखी गई है।
प्राइस टार्गेट: ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल ने “हाथी जो नाच नहीं सकता” शीर्षक वाली एक रिपोर्ट में एलआईसी पर होल्ड रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म ने जून 2023 तक की अवधि के लिए टार्गेट प्राइस 875 रुपये दिया है। इस हफ्ते की शुरुआत में एलआईसी के प्रबंध निदेशक राज कुमार ने कहा था कि अगले पांच साल में एलआईसी के नए बिजनस मार्जिन की वेल्यू निजी कंपनियों के बराबर हो जाएगी।