दावोस। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की महानिदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने दुनिया के मंदी की तरफ बढ़ने को लेकर जताई जा रही आशंकाओं पर सोमवार को कहा कि फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है लेकिन यह पूरी तरह परिदृश्य से बाहर भी नहीं है।
जॉर्जिवा ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की यहां आयोजित सालाना बैठक में कहा कि आईएमएफ को 2022 के कैलेंडर वर्ष में वैश्विक वृद्धि 3.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो वैश्विक मंदी से कोसों दूर की स्थिति है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में आयोजित एक चर्चा में हिस्सा लेते हुए आईएमएफ प्रमुख ने कहा कि यह एक ‘मुश्किल साल’ होने वाला है और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से खाद्य उत्पादों की कीमतों का बढ़ना एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक वैश्विक परिदृश्य का सवाल है तो उसकी स्थिति काफी कुछ दावोस के मौसम जैसी ही है जहां क्षितिज पर अंधेरा छाया हुआ है।’’ इसके साथ ही उन्होंने बढ़ती ब्याज दरों, मुद्रास्फीति, डॉलर के मजबूत होने, चीन में सुस्ती, जलवायु संकट और क्रिप्टोकरेंसी की बिगड़ी हुई स्थिति का भी जिक्र किया।