कोटा। संसदीय क्षेत्र कोटा बूंदी के किसानों, विशेषकर पशुपालकों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए विशेष कैंप लगाकर उनके पशु किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाएंगे। सोमवार से जिले की कोलाना पंचायत से इस अभियान की शुरुआत की जाएगी।
विशेष अभियान में पशुपालन विभाग के अधिकारी सेवानिवृत अधिकारियों, जनप्रतिनिधि व किसान प्रतिनिधियों के सहयोग से शिविर लगाकर पशुपालकों को चिन्हित कर पशु किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पंजीयन कराएंगे। शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कार्यालय में जिला परिषद सदस्य, किसान प्रतिनिधि व पशुपालन विभाग सेवानिवृत्त अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ मिले, इसके लिए कार्ययोजना बनाई गई। गौरतलब है कि बीते दिनों लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजस्थान में कार्यरत बैंकों के शीर्ष अधिकारियों के साथ केंद्र की योजनाओं की प्रगति और बैंकिंग संबंधी कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को किसानों, पशुपालकों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए विशेष ऋण वितरण शिविर आयोजित करने को कहा था। इसी क्रम में गुरुवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मेगा क्रेडिट आउटरिच शिविर आयोजित कर लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।
पशुपालन से बढ़ेगी किसानो की आय
कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में पशुपालन विभाग के पूर्व जॉइंट डायरेक्टर अनिल शर्मा ने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र में पशुपालन कई परिवारों की आजीविका का प्रमुख स्त्रोत है। पशुपालकों को आर्थिक मदद मुहैया कराने के लक्ष्य के अंतर्गत सरकार पशु किसान क्रेडिट कार्ड की योजना लेकर आई है। पहले केवल खेती करने वाले किसानों को ही क्रेडिट कार्ड का लाभ मिलता है था। पशुपालन किसानों की आय बढ़ाने का बड़ा जरिया भी है, सभी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में पुशपालकों को चिन्हित कर उन्हें योजना से जोड़े। जानकारी के अभाव में कई पशुपालकों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच पाया है। पशुपालन विभाग और जनप्रतिनिधियों के सामजंस्य से पशुपालकों की राह आसान होगी।