जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहभागी बने बैंक: स्पीकर बिरला

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पशुपालकों को भी दिलाएं पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ

कोटा। डिजिटल इंडिया के कारण देशभर में बैंकिंग की राह आसान हुई है और गांव- ढाणियों तक बैंको की पहुंच बढ़ी है। देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान हमारे किसानों का है। हमें हमारे अन्नदाता को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कराना है और इसमें बैंको की भूमिका सबसे बड़ी है। इसके लिए जरूरी है कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंक सहभागी बने।

राजस्थान में कार्यरत बैंको के राज्य प्रमुखों के साथ केंद्र की योजनाओं की प्रगति और बैंकिंग संबंधी कार्यों की समीक्षा बैठक में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात कही। बिरला ने कहा कि बैंक सर्विस सेक्टर तक सीमित न रहे बल्कि रोजगार के आधार का साधन बने।

आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने के लिए किसानों, पशुपालकों, लघु उद्यमियों, स्वयं सहायता समुह, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को योजनाओं में पात्रता के आधार पर ऋण देकर आर्थिक संबल प्रदान करना होगा।

बिरला ने कहा कि लम्बे समय से बैंकिंग सेक्टर में काम कर रहे अधिकारी अपने अनुभवों के आधार पर लोगों को स्किल डवलपमेंट से जोड़ने का काम करें। स्वरोजगार के लिए बैंक से लोन की आशा रखने वाले उद्यमियों को प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में उनकी मदद की जाए।

पंचायत समिति स्तर पर लगाएं ऋण वितरण कैंप: स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि हाडौती में कृषि व पशुपालन के लिए अनुकूल वातावरण है। कोई भी किसान एवं पशुपालक क्रेडिट कार्ड योजना से वंचित नहीं रहे। भूमिहीन पशुपालकों को भी योजना का लाभ मिलें। उन्होंने बैंक अधिकारियों को जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कोटा एवं बूंदी में सरकारी योजनाओं में पात्र लागों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ देने तथा ऋण वितरण के लिए पंचायत समिति स्तर पर कैंप आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बैंक जून महीने के आखिर तक लक्ष्य बनाकर कोटा व बूंदी में पशुपालकों को पशुपालक क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ने का काम करें, इसके अतिरिक्त जो किसान क्रेडिट योजना से वंचित रह गए किसानों को भी योजना का लाभ दिलाएं।

संवेदना से काम करे बैंक अधिकारी:लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना मजबूत माध्यम हैं। कई बार योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिक वर्ग को बैंक के चक्कर लगाने पड़ते हैं। बिरला ने कहा कि बैंक अधिकारी संवेदना के साथ काम कर श्रमिक वर्ग को लाभान्वित करें ताकि वे स्वरोजगार के माध्यम से अपने पैरों पर खड़े हो सके।

स्टार्टअप्स के लिए लगाएंगे विशेष कैंप:बिरला ने कहा कि बैंक नए सेक्टर को ऋण देकर अवसर प्रदान करे। देश भर में स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ी है। हमारे युवा अपनी मेहनत और लगन आज यूनिकॉन के लक्ष्य तक पहुंच रहे। कोटा वो शहर है जहां नए विचारों की भरमार में हैं, जरूरत है हूनर को तलाशने की। बीते दिनों हमने यहां कौशल शिविर लगाया था, आने वाले दिनों में हम यहां स्टार्टप्स के लिए बड़ा कैंप लगाकर उन्हें बैंको से कनेक्ट करने का काम करेंगे।

इन योजनाओं की समीक्षा : लोकसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री शिशु योजना, किसान व पशुपालक क्रेडिट कार्ड योजनाओं की समीक्षा की। स्पीकर बिरला ने लोन प्रक्रिया में होने वाली अनावश्यक देरी को गंभीरता से लेते हुए सभी बैकों को विभागों द्वारा भिजवाए गए आवेदनों के आधार पर समयबद्ध तरीके से ऋण स्वीकृत करने को कहा।

ये रहे मौजूद: बैठक में लोकसभा के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ महाजन, स्पीकर बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता, संभागीय आयुक्त दीपक नंदी, कोटा जिला कलक्टर हरिमोहन मीना, कलक्टर बूंदी रेणु जयपाल, एसबीआई के चीफ जनरल मैनेजर राजेश कुमार मिश्रा, समन्वयक राज्य स्तरीय एसएलबीसी रमेशचंद यादव सहित सभी बैंको व विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।