हाइवे निर्माण फर्म से अलवर कलेक्टर हर महीने ले रहा था चार लाख की रिश्वत

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अलवर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़ियां (ias nannumal pahadiya ) हर महीने 4 लाख रुपए रिश्वत लेता था । पहाड़िया पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे (delhi mumbai expressway) का काम कर रही फर्म से मासिक बंधी (रिश्वत) लेने का आरोप था। एसीबी ने इसका सत्यापन करवाया।

इस दौरान पूर्व जिला कलेक्टर नन्‍नूमल पहाड़िया और आरएएस अफसर अशोक सांखला (ras ashok sankhala) के साथ एक दलाल को 5 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की ओर से फर्म से नवंबर से फरवरी की बकाया रिश्वत राशि 16 लाख रुपए की डिमांड की थी। इसमें 8 लाख रुपए पहले ही ले चुके थे। बाकी रिश्वत लेते समय एसीबी ने आरोपियों को शनिवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के बाद एसीबी आरोपियों के घर और अन्य ठिकानों पर तलाशी कर रही है।

सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार से काम नहीं रोकने की एवज में यह रिश्वत मांगी जाती थी। पीड़ित पक्ष के अनुसार लंबे समय से रिश्वत का यह खेल जारी था। हर महीने कलेक्टर को 4 लाख रुपए और आरएएस अफसर को 50 हजार रुपए देने होते थे। इसी मासिक बंधी की रकम नवंबर से फरवरी तक की बकाया बताई जा रही थी। कलेक्टर और आरएएस अफसर इसी मासिक बंधी की रकम 18 लाख रुपए के लिए ठेकेदार पर दबाव बना रहे थे। अलवर एसीबी ने शनिवार इसी मामले में कार्रवाई करते हुये नन्नूमल पहाड़िया और अशोक सांखला के साथ उनके दलाल नितिन शर्मा को परिवादी से 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रगे हाथों गिरफ्तार किया है।

हर महीने लाखों की रिश्वत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी विजय सिंह ने बताया कि एसीबी को परिवादी की ओर से इस मामले में शिकायत दी गई थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि उसकी फर्म की ओर से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे का काम किया जा रहा है। इस काम को निर्बाध रूप चलने देने की एवज में सरकारी अफसर मासिक बंधी के रूप में रिश्वत मांगते थे। इनमें जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया, सैटलमेंट ऑफिसर कम राजस्व अपीलीय प्राधिकारी अशोक सांखला पर पिछले 4 महीने की बंधी नहीं देने पर परेशान करने का आरोप लगाया गया।

ऐसे पकड़े रिश्वतखोर अफसर
कलेक्टर की ओर से 16 लाख रुपये रिश्वत राशि मांगने और परेशान करने की शिकायत पर एसीबी हरकत में आई। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एनएन के सुपरवीजन में एसीबी अलवर इकाई ने जांच पड़ताल शुरू की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह के नतृत्व में शिकायत का सत्यापन करवाया गया। सत्यापन में साबित हो गया कि दोनों अफसर इस रिश्वत के खेल में शामिल हैं। इसके बाद शनिवार को उप अधीक्षक पुलिस महेन्द्र कुमार और उनकी टीम ने जाल बिछाकर अलवर के सैटलमेन्ट ऑफिसर कम राजस्व अपीलीय प्राधिकारी आरएएस अफसर अशोक सांखला को परिवादी से 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। सांखला के साथ उसका दलाल नितिन शर्मा पकड़ा गया। पूर्व अलवर जिला कलेक्टर नन्‍नूमल पहाड़िया को जिला कलक्टर आवास से गिरफ्तार किया गया है।