अब FASTag से होगी फ्यूल, पार्किंग और चालान की पेमेंट, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। अब देश भर में फ्यूल, पार्किंग और चालान की पेमेंट FASTag से होगी। FASTag का मुख्य मकसद टोल प्लाजा पर वाहनों के वेटिंग टाइम को कम करना है। आम तौर पर जब लोग नकद भुगतान कर रहे होते हैं, तो इसमें बहुत समय लगता है जिससे टोल के सामने लंबी कतारें लग जाती हैं।

खासकर पेट्रोल पंप, सिनेमा, पार्किंग जैसे कर्मिशियल सेंटर्स पर पेमेंट के लिए, इससे वाहन चालकों को इन जगहों पर पेमेंट की बड़ी सुविधा मिलेगी। बता दें, अब इस फास्टैग के जरिए न केवल आप टोल पे कर सकेंगे, बल्कि इसके जरिए वाहन आप पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल भरवा सकेंगे और पार्किंग और ट्रैफिक फाइन का भी भुगतान कर सकेंगे, क्योंकि कुछ स्टार्टअप कंपनियां इसपर काम कर रही हैं।

कैसे काम करता है फास्टैग
फास्टैग के बारे में तो अब लगभग सभी वाहन चालक जानने लगे हैं, फिर भी आपके जानकारी के लिए बता दें,नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने टोल कलेक्शन के लिए फास्टैग बनाया है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंस आइडेंटिफिकेशन चिप लगी होती है। फास्टैग स्टीकर को गाड़ियों के सामने वाले शीशे पर लगाया जाता है। टोल प्लाजा या फ्यूल आउटलेट के नजदीक पहुंचते ही चिप एक्टिवेट हो जाता है और ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाता है।

फास्टैग के जरिए पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल, पार्किंग और चालान का भुगतान करने की दिशा में विभिन्न स्टार्टअप्स फास्टैग के देशभर में मौजूद मजबूत इन्फ्रास्ट्रचर का फायदा उठाने की कोशिशों में लगी हुई हैं। खासकर पेट्रोल पंप, सिनेमा, पार्किंग जैसे कर्मिशियल सेंटर्स पर पेमेंट के लिए, इससे वाहन चालकों को इन जगहों पर पेमेंट की बड़ी सुविधा मिलेगी।

नुमेडिक के फाउंडर और सीईओ ल्युक सिक्वेरा ने मिंट को बताया कि हमारी योजना पेट्रोल पंपों, तेल कंपनियों और बैंकों की संख्या बढ़ाने की है। इसका वास्तविक कार्यान्वयन तब होगा जब हम इस कॉन्सेप्ट को साबित करने के लिए पूरे देश में इसका विस्तार करेंगे। इसके अलावा फाउंडर सिक्वेरा ने बताया कि कंपनी इसके जरिये ड्राइव इन सिनेमा और ट्रैफिक फाइन के भुगतान की भी संभावना तलाश रही है। आपको जानकारी के लिए बता दें, गोवा की स्टार्टअप नुमेडिक इस समय हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंपों पर फास्टैग के जरिये फ्यूल पेमेंट का पायलट प्रोजेक्ट चला रही है। इसका ग्राहकों की ओर से बेहतर रिस्पॉन्स मिल रहा है।