नई दिल्ली। भारत में सभी मौजूदा करदाता या अन्य यूजर्स को इनकम की जानकारी प्रस्तुत करने के लिए पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति जो आर्थिक या फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करना चाहता है पैन अनिवार्य है।
PAN एक रिपोजिटरी की तरह काम करता है जो किसी व्यक्ति के सभी टैक्स से संबंधित ट्रांजेक्शन पर नजर रखता है। यह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को टैक्स भुगतान करने की प्रणाली को ट्रैक करने की अनुमति देता है। इसका मतलब यह भी है कि किसी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से लिए गए प्रत्येक लोन को संबंधित पैन पर दर्ज किया जाता है।
कोई भी पैन कार्ड धारक ऐसे करें चेक
- क्रेडिट स्कोर यूजर की सभी लैंडिंग एक्टिविटी को ट्रैक करता है जो कि लोन पर भी लागू होता है।
- कई संस्थाएं भी हैं जो कि क्रेडिट स्कोर को अपडेट करती रहती हैं। ये स्कोर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन को किसी व्यक्ति की री-पेमेंट हिस्ट्री का एनालिसिस करने का एक तरीका प्रदान करते हैं।
- क्रेडिट स्कोर की कैलकुलेट और रिकॉर्ड करने वाली संस्थाओं में CIBIL, Experian, Equifax, या CRIF High Mark शामिल हैं।
- ये इंस्टीट्यूशन यूजर्स को उनके लेटेस्ट क्रेडिट स्कोर प्रदान कर सकती हैं। एक बार जब आप उपर्युक्त क्रेडिट ब्यूरो में से किसी का इस्तेमाल करके अपने क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट करते हैं तो यह उस नाम के तहत एक्टिवेट लोन या क्रेडिट कार्ड दिखाएगा।
- अगर आप एक ओपन क्रेडिट लाइन या एक लोन का पता लगाते हैं जो आपने लागू नहीं किया था तो यह इंडीकेट दे सकता है कि आपके पैन कार्ड का दुरुपयोग किया गया था।
- आप अपने लेटेस्ट क्रेडिट स्कोर प्राप्त करने के लिए क्रेडिट ब्यूरो की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं। लेटेस्ट क्रेडिट स्कोर जनरेट करने के लिए आपको अपनी कुछ निजी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- अगर आप अपने क्रेडिट अकाउंट में कुछ संदिग्ध एक्टिविटी पाते हैं तो आप एक्टिविटी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए उस फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशन को इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।