नई दिल्ली। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक में लिए गए इस नए फैसले से साल के अंत तक यूएस फेड की नीति दर 1.75 फीसदी और 2 फीसदी के बीच होगी।
आपको बता दें कि तीन साल से अधिक समय में पहली बार प्रमुख ब्याज दर को बढ़ाया गया है। समिति ने आखिरी बार दिसंबर 2018 में दरें बढ़ाई थीं। इस खबर के बीच अमेरिकी शेयर बाजार के इंडेक्स उतार-चढ़ाव वाले मूड में दिखने लगे। यूएस मार्केट का इंडेक्स डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
4 दशक के उच्चतम स्तर पर महंगाई: अमेरिका में जनवरी में महंगाई की दर 12 महीने पहले की तुलना में बढ़कर 7.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह महंगाई का चार दशक का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, यह फरवरी 1982 के बाद से सालाना वृद्धि का सबसे ऊंचा स्तर है। कोरोना महामारी और यूक्रेन-रूस के बीच छिड़ी जंग की वजह से बिगड़े माहौल के बाद ये अंदाजा लगाया जा रहा था कि यूएस फेड ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है।
शेयर बाजार पर पड़ेगा असर : यूएस फेड के इस फैसले को गुरुवार के दिन भारत का शेयर बाजार किस तरह से लेता है, ये देखना भी अहम है। बीते बुधवार के कारोबार पर गौर करें तो बाजार एक बार फिर रिकवरी की ओर लौट रहा है। बता दें कि सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,039.80 अंक यानी 1.86 प्रतिशत की तेजी के साथ 56,816.65 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 312.35 अंक यानी 1.87 प्रतिशत मजबूत होकर 16,975.35 अंक पर बंद हुआ।