नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को संसद भवन में राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे भारत और 22 मित्र देशों के सशस्त्र बलों के अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया।
इस अवसर पर बिरला ने कहा कि पिछले कुछ समय में भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं का अत्यधिक विस्तार किया है। इस बात का उल्लेख करते हुए कि कोई भी देश अकेले अपनी सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता। बिरला ने विश्व शांति और विकास के लिए सभी देशों द्वारा मिलकर और सामूहिक कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। बिरला ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे रक्षा बलों की क्षमता वृद्धि के लिए आपस में और मित्र देशों के अधिकारियों के साथ जानकारी साझा करें ।
बिरला ने कहा कि इन्फॉर्मेशन वारफेयर, जैविक हथियार, साइबर अपराध आदि जैसी वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए रक्षा बलों को पारंपरिक युद्ध और आधुनिक तकनीकी युद्ध, दोनों ही क्षेत्रों में अद्यतन जानकारी रखनी चाहिए।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि दोनों सदनों और संसदीय स्थायी समितियों में रक्षा से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है। बिरला ने कहा कि रक्षा बलों के अधिकारियों को इस प्रकार के विचार-विमर्श, दस्तावेजों, संसदीय प्रथाओं और प्रक्रियाओं से सुपरिचित होना चाहिए। बिरला ने कहा कि जहां देश की सुरक्षा और रक्षा बलों की बात आती है, तो पूरी संसद एक हो जाती है।