जयपुर । राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के जन्मदिन पर 8 मार्च को केशोरायपाटन में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है। राजनीतिक तौर पर प्रदेश की सियासत में वसुंधरा राजे के जन्मदिन को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। वसुंधरा विरोधी धड़ा एकजुट होकर खामोशी से कार्यक्रम पर नजर बनाए हुए है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया कार्यक्रम को लेकर फिलहाल एकजुट दिखाई दे रहा है। सभी नेता खामोशी से जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने वाले विधायकों और सांसदों पर नजर बनाए हुए है। इन सभी नेताओं के साथ वसुंधरा राजे की तनातनी छिपी हुई नहीं है। लेकिन सतही तौर पर सब कुछ ठीक दिखाने की कोशिश होती रही है।
पिछले एक साल में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने हाड़ौती-शेखावाटी को छोड़कर पूरे राज्य का दौरा कर लिया है। हाड़ौती में वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों का लंबे समया से दबदबा रहा है। राजे झालावाड़ से कई बार सांसद रह चुकी है और अभी राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह झालावाड़ से सांसद है। पिछले साल नवंबर महीने में वसुंधरा राजे सिंधिया ने देवदर्शन यात्रा के बहाने विरोधी खेमों को सियासी ताकत दिखाई थी।
वसुंधरा राजे ने बांसवाड़ा, राजसंमद, उदयपुर, नाथद्वारा, भीलवाड़ा, पुष्कर और अजमेर में यात्रा कर अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताकर राजनीतिक संदेश दिया था। उल्लेखनीय है कि वसुंधरा समर्थकों ने पिछले साल भी जन्मदिन पर सियासी ताकत दिखाई थी। पिछले साल भरतपुर में वसुंधरा राजे का जन्मदिन मनाया गया था। समारोह में 48 विधायक, 9 सासंद और बड़ी संख्या में पूर्व विधायक एवं पदाधिकारी शामिल हुए थे। इसके बाद पार्टी में अंदर खाने बवाल मच गया था। सतही तौर पर सब कुछ ठीक दिखाने की कोशिश हुई थी
राजे पर मनमानी का आरोप
राजस्थान में वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव होने है। हालांकि, अभी चुनावों को लेकर दो साल से अधिक समय बचा है। लेकिन सीएम फेस के लेकर प्रदेश भाजपा में घमासान मचा हुआ है। वसुंधरा समर्थकों ने पिछले साल जनवरी में वसुंधरा राजे समर्थक मंच का गठन किया था। मंच के माध्यम से वसुंधरा राजे को 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए सीएम चेहरा घोषित करने की मांग की थी। वसुंधरा समर्थकों की रोजाना हो रही बयानबाजी से प्रदेश भाजपा नेतृत्व नाराज बताया जा रहा है। बताया जाता है कि प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को रिपोर्ट भी भेजी गई है। रिपोर्ट में वसुंधरा राजे पर मनमानी करने जैसे आरोप लगाए गए है।