दशहरे पर रंगबाड़ी के मधु स्मृति संस्थान में बच्चे मनाएंगे दशहरा पर्व
कोटा। इस वर्ष शहर के रंगबाड़ी क्षेत्र में 42 निराश्रित बच्चे 30 सितंबर को सायं 7 बजे बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन करेंगे।
छात्र अभिषेक के नेतृत्व मे निराश्रित सोनू, मुकेश, दिनेश, सूरज, योगेंद्र, धर्मेंद्र, दीपक व पंकज की टीम ने बताया कि वे नवरात्र के पहले दिन से रावण का पुतला बनाने में उत्साह से जुटे हैं।
नौनिहालों ने अपने हाथों से बांस व छोटी-छोटी लकडियों से 25 फीट ऊँचा पुतले का ढांचा बनाकर तैयार किया, इसे कागज व गत्तों से ढककर रावण बनाया। वे इसमें पटाखे भी लगा रहे हैं।
अपनी रूचि के अनुसार, कक्षा-7 के बिट्टू सिंह, गोलू, ओम, राधिका व सायबीन आदि ने वाटरकलर से दशानन के 10 चेहरों को बनाया।
कोई तलवार बना रहा है तो कोई ढाल। पिछले कुछ वर्षों से वे मिलकर दशहरा पर्व पर रावण का पुतला जलाते हैं।
रंगबाडी स्थित मधु स्मृति महिला व बाल कल्याण संस्थान की निदेशिका डॉ.अंजलि निर्भीक ने बताया कि रंगबाड़ी क्षेत्र में 30 वर्षों से रावण दहन की परंपरा चली आ रही है।
राधिका ने बताया कि रामनवमी पर हम निराश्रित बच्चे सामूहिक डांडिया नृत्य करेंगे। तलवंडी क्षेत्र की एक महिला ने 5 डांडिया परिधान उन्हें निशुल्क भेंट किए।
दशहरा पर्व पर आसपास की बस्तियों के सैकडों महिला-पुरूष व बच्चे रावण दहन देखने के लिए यहां इकट्ठा होते है। छात्र विशाल, पंकज व शिवा ने कहा कि इस दिन हम एक बुराई को छोड़ने का संकल्प करेंगे।