नई दिल्ली। जीएसटी को लागू करने में जीएसटीएन पोर्टल में कारोबारियों को आ रही कठिनाइयों के बीच सरकार के लिए राहत की खबर है। अगस्त में जीएसटी संग्रह 90,669 करोड़ रुपये रहा है।जीएसटी संग्रह का यह आंकड़ा 25 सितंबर का है। जुलाई में जीएसटी से 94,063 करोड़ रुपये राजस्व एकत्रित हुआ था।
हालांकि चिंताजनक बात यह है कि जीएसटी के आइटी तंत्र जीएसटीएन में खामियों के चलते बहुत से कारोबारी निर्धारित समय सीमा के भीतर जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल नहीं कर सके हैं। इसकी पुष्टि सरकार के आंकड़ों से ही होती है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार अगस्त में 68.20 लाख व्यापारियों को जीएसटीआर-3बी दाखिल करना था जिसमें से मात्र 37.63 लाख करदाताओं ने 25 सितंबर तक रिटर्न दाखिल किए हैं। इसका मतलब है कि 45 प्रतिशत असेसी 25 सितंबर तक अपना रिटर्न दाखिल नहीं कर पाए हैं।
अगस्त का जीएसटी भुगतान करने और जीएसटीआर-3बी फाइल करने की अंतिम तिथि 20 सितंबर थी। मंत्रालय के अनुसार 20 सितंबर तक जीएसटी से कुल 90,669 करोड रुपये आए हैं।
जिसमें सीजीएसटी से 14,402 करोड़ रुपये, एसजीएसटी से 21,067 करोड़ रुपये और आइजीएसटी से 47,377 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
आइजीएसटी से जो राशि प्राप्त हुई है उसमें 23,180 करोड़ रुपये आयात पर जीएसटी से मिली है। इसके अलावा क्षतिपूर्ति सेस से 7,823 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
वित्त मंत्रालय का कहना है कि जीएसटी से प्राप्त हुई इस धनराशि में कंपोजीशन स्कीम का विकल्प चुनने वाले 10.24 लाख करदाताओं से मिलने वाली जीएसटी राशि का आंकड़ा शामिल नहीं है।
मंत्रालय का मानना है कि अब भी बहुत से ऐसे करदाता हैं जिन्होंने जुलाई या अगस्त का रिटर्न दाखिल नहीं किया है। मंत्रालय को भरोसा है कि ऐसे लोगों के रिटर्न दाखिल होने पर राजस्व में वृद्धि हो सकती है। देश में एक जुलाई से जीएसटी लागू हुआ।
जुलाई में जीएसटी से कुल 94,063 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। यह आंकड़ा 31 अगस्त तक का है क्योंकि बहुत से कारोबारियों ने विलंब से जुलाई का जीएसटी दाखिल किया।
अगस्त में जीएसटी से राजस्व (करोड़ रुपये में)
सीजीएसटी : 14,402
एसजीएसटी : 21,067
आइजीएसटी : 47,377
क्षतिपूर्ति सेस : 7,823
कुल जीएसटी : 90,669
(नोट- 25 सितंबर 2017 तक के आंकड़े)