8 साल में 3,100 प्रतिशत बढ़े सुंदरम फैसनर्स के शेयर

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मार्च 2009 से सुंदर फैसनर्स के शेयर 32 गुना चढ़ गए यानी इसने 3100 प्रतिशत रिटर्न दिया जबकि इस दौरान सेंसेक्स चार गुना बढ़ा।

नई दिल्ली। तमिलनाडु के मदुरई स्थित टीवीएस ग्रुप की कंपनी सुंदरम फैसनर्स लि. (एसएफएल) का मार्केट वैल्यु 8 साल पहले 300 करोड़ थी जो अब बढ़कर करीब 10,000 करोड़ रुपये हो गई है। 50 साल पुरानी यह कंपनी देश की सबसे बड़ी फैसनर बनाने और निर्यात करनेवाली कंपनी है।

फैसनर एक हार्डवेयर डिवाइसहै जिसका ज्यादातर उपयोग कारों और इलेक्ट्रिक इक्विटपमेंट्स में दो या दो से ज्यादा सामानों को मशीन के जरिए जोड़ने के लिए किया जाता है।

इस कंपनी का एक चौथाई हिस्सा रिटेल और हाई नेटवर्थ इन्वेस्टरों के पास है। मार्च 2009 से सुंदर फैसनर्स के शेयर 32 गुना चढ़ गए यानी इसने 3100 प्रतिशत रिटर्न दिया जबकि इस दौरान सेंसेक्स चार गुना बढ़ा।

वैश्विक आर्थिक मंदी के वक्त सेंसेक्स 8,160 के न्यूनतम स्तर पर चला गया था, तब एसएफएल का शेयर भी गिरकर 14 रुपये पर पहुंच गया। लेकिन, इसने तुरंत गति पकड़ी और वहां से उसने 450 रुपये का स्तर छू लिया।

विशेषज्ञों को इसमें और ज्यादा वृद्धि की उम्मीद दिख रही है। एसएफएल के ग्राहकों में डेमलर, टाटा मोटर्स, अशोक लेलंड, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा जैसी कुछ टॉप ऑटो निर्माता कंपनियों और सीमन्स जैसी बिजली वितरण कंपनियों के नाम शामिल हैं।

वित्त वर्ष 2017-19 के दौरान इसके रेवेन्यू में 10 से 13 प्रतिशत और टैक्स देने के बाद मुनाफा 15 से 18 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। वर्ष 2007 के 1,569 करोड़ रुपये की सेल्स के मुकाबले वित्त वर्ष 2017 में दोगुना होकर 3,290 करोड़ रुपये हो गया।

इस दौरान मुनाफा 10 गुना बढ़कर 34.32 करोड़ रुपये के मुकाबले 338.18 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के बैलेंस शीट में कोई कर्ज दर्ज नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि विभिन्न तरह के प्रॉडक्ट निर्माण के मद्देनजर आनेवाली तिमाहियों में कंपनी का मार्जिन बहुत ज्यादा रहेगा।

फैसनर मार्केट के 35 प्रतिशत पर अकेले एफएसएल का ही कब्जा है और उसकी कुल बिक्री का 40 प्रतिशत इसी सेगमेंट में होती है। बाकी का 60 प्रतिशत राजस्व मोटर वीइकल्स पार्ट्स और अक्सेसरीज से आाता है।