कोटा। वन्यजीव संरक्षण सप्ताह के तहत बारां जिले के सोरसन गोडावण संरक्षण क्षेत्र को बचाने के लिए बडी संख्या में कोटा बारां व अन्ता के वन एवं पर्यावरण प्रेमियों ने विधायक भरत सिंह की अगुवाई में एक संगोष्ठी आयोजित कर खनन के लिए लीज खोलने का विरोध किया।
विधायक भरत सिंह ने कहा कि क्षेत्र गोडवण संरक्षण के लिए सुरक्षित है। यहां पर पहले से ही राज्य पक्षी गोडावण रहते आए हैं और ब्रीडिंग सेंटर प्रस्तावित है। सिंह ने कहा कि क्षेत्र के ईको सिस्टम के लिए गोडावण का होना जरूरी है, जो पर्यटन विकास की गारंटी है। उन्होंने जिला कलेक्टर एवं उप वन संरक्षक से कड़ा विरोध व्यक्त किया। वन मंत्री सुखराम से सार्वजनिक रूप से बात कर विरोध दर्ज कराया। इसके लिए 12 अक्टूबर को जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।
स्थानीय सरपंच मधुसूदन नामा ने भी खनन से होने वाले नुकसान को लेकर ग्रामीणों की आशंका से सरकार को अवगत कराया। इस अवसर पर इंटेक के कंवीनर निखिलेश सेठी, पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक विट्ठल सनाढ्य, बाघ मित्र संयोजक बृजेश विजयवर्गीय, हाड़ौती नेचुरलिस्ट सोसायटी के सचिव सुनील सिंघल, आरएस तोमर, चम्बल रेस्क्यू फोर्स के बनवारी यदुवंशी, उर्वशी शर्मा, वन्यजीव फोटोग्राफर, डीके शर्मा, झालवाड़ के मनोज शर्मा, बहादुर सिंह हाड़ा, कोटा हेरिटेज सोसायटी के जयवर्द्धन सिंह, कुशलपाल सिंह समेत जल बिरादरी, इंटेक,आदि संस्थाओं के प्रतिनधियों ने विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर अंता व बारां क्षेत्र के अनेक प्रमुख गणमान्य लोग तथा ग्रामीण जन भी शामिल थे। सभी ने एक स्वर से कहा कि सरकार बृज क्षेत्र की तरह सोरसन को वन संरक्षित क्षेत्र घोषित कर वैध व अवैध सभी तरह की खनन को तुरंत प्रभाव से रोके। इसके लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से भी दखल देने की मांग की गई है। वन्यजीव प्रेमियों ने सोरसन क्षैत्र में भ्रमण कर काले हिरणों और वन्यजीवों को निहारा तथा खनन से होने वाले खतरों का जायजा लिया।