एलन में निशुल्क पढ़ाई कर रहे बच्चों से मिले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
कोटा। कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान माता-पिता और घर के जिम्मेदार को खो चुके बच्चों के सपनों को एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट पूरे कर रहा है। एलन द्वारा ऐसे परिवारों के बच्चों को पूरे देश में निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आह्वान पर बच्चों के डॉक्टर व इंजीनियर के रूप में कॅरियर निर्माण की पहल की गई है।
इन बच्चों को मेडिकल व आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। अब तक 146 से अधिक बच्चों की एलन कोटा व अन्य सेंटर्स पर पढ़ाई शुरू हो चुकी है। देश के विभिन्न राज्यों से कोटा में आकर भी पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चों के लिए निशुल्क आवास व भोजन की व्यवस्था भी की गई है। इन बच्चों से रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मिले।
ओम बिरला ने बच्चों से बातचीत में कहा कि परिवार के सहयोगी, अभिभावक के रूप में बच्चों का सपना पूरा करने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। यह एक शुरुआत है, आपकी पढ़ाई बाधित नहीं हो, आपके लिए आपके माता-पिता ने जो सपने देखे थे वे पूरे हों, यही हमारा उद्देश्य है और इसके लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। आगे भी आपकी मदद का सिलसिला जारी रखा जाएगा। समाज को मिलकर इन बच्चों को आगे बढ़ाना चाहिए। एलन ने इसके लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह प्रयास पूरे देश के लिए प्रेरणा साबित हो रहा है। यह शुरुआत देश के बच्चों के भविष्य बनाने में बहुत कारगर साबित होगी।
ये हमारा सौभाग्य : नवीन माहेश्वरी
कार्यक्रम में एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसे परिवारों की मदद का अवसर मिला। एलन इन बच्चों के कॅरियर निर्माण में हर संभव सहयोग करेगा। एलन द्वारा देश के सभी सेंटर्स पर ऐसे बच्चों की निशुल्क शिक्षा शुरू कर दी गई है। कोटा में इन बच्चों के लिए सामाजिक सहयोग से निशुल्क आवास और भोजन की व्यवस्था भी की गई है। हमारा प्रयास है कि इन बच्चों ने जो सपने देखे हैं वो पूरे हों। कोई डॉक्टर बनना चाहता है कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो उनकी पूरी तरह से मदद हो सके।
अनमोल उपहार है
जिंदगी में बहुत उतार-चढ़ाव हैं, बहुत कुछ छीनता है तो अवसर भी आते हैं। कोविड ने सबकुछ छीन लिया था लेकिन एलन ने अवसर दिया है, एक अनमोल उपहार है। हमारी पढ़ाई जारी रखकर हमें कॅरियर बनाने का मौका दिया है। यह बहुत उपयोगी साबित होगा।-अभयप्रताप सिंह, बस्ती, उत्तर प्रदेश
लगा था सबकुछ खत्म हो गया
कोविड के बाद लगा था जैसे सबकुछ खत्म हो गया, लेकिन मैं पढ़ाई जारी रख पा रहा हूं, कोटा में पूरा सपोर्ट मिल रहा है, इससे बड़ा सपोर्ट शायद कुछ नहीं हो सकता। अब माता-पिता के सपनों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है। -अलापन मैथी, मिदनापुर, पश्चिम बंगाल
अब कुछ बनकर दिखाना है
कोविड के झटके बाद ऐसा लगा जिंदगी में इससे ज्यादा कुछ नहीं खो सकता, अब बस कुछ बनकर दिखाना है। एलन ने सपोर्ट देकर मेरे सपनों को पूरा करने के लिए सबसे बड़ा मंच दिया। मैं एलन को इसके लिए थैंक्स कहना चाहता, कोटा में हमारा घर जैसा ध्यान रखा जा रहा है।– ऋतुराज, वेस्ट चंपारन,बिहार