कोटा। शहर में नए ग्रीनफील्ड एयरपाेर्ट के लिए भूमि हस्तांतरण का मामला आदेश के 40 दिन बाद भी जहां का तहां अटका है। जिला प्रशासन काफी पहले ही एएआई काे राज्य सरकार के उस निर्णय से अवगत करा चुका, जिसके तहत नए एयरपोर्ट के लिए 1250 एकड़ जमीन देना तय किया गया है।
यह निर्णय सरकार ने 14 जुलाई को कर लिया था और उसी दिन कोटा कलेक्टर को चिट्ठी भी भेज दी थी। उसके तत्काल बाद जिला प्रशासन की ओर से एएआई को यह बता दिया गया था। लेकिन अब तक प्रस्तावित 1360 एकड़ में से 1250 एकड़ जमीन एएआई को चिन्हित करनी है। उस पर बीते 40 दिन से एएआई के कंसल्टेंट्स काम कर रहे हैं, लेकिन अब तक रिवाइज्ड प्रस्ताव जिला प्रशासन को नहीं मिले हैं।
कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने बताया कि पहले ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए 1360 एकड़ जमीन का प्रस्ताव था, बाद में सरकार ने 1250 एकड़ जमीन देने का निर्णय किया।हमने एएआई को कहा है कि वह तकनीकी रूप से देखकर हमें यह बता दे कि उन्हें इस 1360 एकड़ में कौन सी 1250 एकड़ जमीन चाहिए। जैसे ही उनका प्रस्ताव आएगा, जिला प्रशासन तीन दिन में उसके प्रस्ताव तैयार करके जयपुर नगरीय विकास विभाग को भेज देगा। जमीन का हस्तांरण राज्य के नगरीय विकास विभाग के स्तर पर ही होगा। कलेक्टर ने बताया कि वैसे हम लोग एएआई के लगातार संपर्क में हैं, मेरा मानना है कि वे दो-तीन दिन में हमें बता देंगे और एएआई की अप्रूवल के साथ दोबारा प्रस्ताव दे देंगे।
काेटा-देवली सड़क के जीर्णाेद्धार कार्य के शिलान्यास में बिरला ने कहा कि कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारंभ होने के लिए भूमि के एयरपोर्ट अथाॅरिटी ऑफ इंडिया काे स्थानांतरित होने का इंतजार है। यह काम होने के बाद जल्द ही एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी। मेरी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से बात हो चुकी है।
काेटा में काेचिंग खुलवाने पर नागरिक अभिनंदन समारोह में धारीवाल ने कहा था- एयरपोर्ट के लिए अभी तक बजट का आवंटन नहीं हुआ है, मैंने बिरला जी से भी कहा था कि बजट करवा दो, ताकि काम शुरू हो सके। धारीवाल ने मंगलवार को वीसी में भी कहा कि जैसे ही हमारे पास प्रस्ताव आएगा, यूडीएच विभाग तत्काल जमीन हैंडओवर कर देगा।