भारत की पहली इलेक्ट्रिक सुपरकार अजानी जो फुल चार्ज में चलेगी 700 किमी

0
532

नई दिल्ली। भारत में इलेक्ट्रिक सुपरकार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट हैं। अगर सुपरकार को इलेक्ट्रिक वर्जन में लाया जाता है, तो इसकी अपील बढ़ जाएगी। मीन मेटल मोटर्स (MMM) नाम के एक भारतीय स्टार्टअप ने दावा किया है कि उसने भारत की पहली इलेक्ट्रिक सुपरकार, Azani (अजानी) बनाने के लिए एक प्रोजेक्ट शुरू किया है। 

मिलेगा जबरदस्त रफ्तार और रेंज: कंपनी का दावा है कि Azani की टॉप स्पीड 350 किमी प्रति घंटा है। यह सुपरकार दो सेकंड से भी कम समय में 0 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। इस सुपरकार में इस्तेमाल किया गया इलेक्ट्रिक मोटर 1,000 hp का पावर जेनरेट करता है। निर्माता का दावा है कि यह कार एक बार फुल चार्ज होने पर 700 किलोमीमटर तक की दूरी तय कर सकती है। 

एमएमएम ने बताया कि कंपनी की स्थापना साल 2012 में सार्थक पॉल ने की थी और इस ब्रांड को 2014 में शामिल किया गया था। इसका उद्देश्य भारत की पहली और एकमात्र प्रॉडक्शन हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक सुपरकार बनाना था, जो भविष्य की अत्याधुनिक और टेक्निकल इनोवेशन के साथ आएगी।  

लुक और डिजाइन: Azani सुपरकार McLaren सुपरकार्स से प्रेरित दिखती है। कार की फ्रंट प्रोफाइल पूरी तरह से ढके हुए पैनल और बड़े साइड एयर वेंट्स में इंटीग्रेटेड शार्प एलईडी हेडलैम्प्स के साथ स्लीक और आक्रामक दिखती है। कार में सुंदर घुमावदार बोनट, थोड़ा फ्लेयर्ड व्हील आर्च, थोड़ा ऊपर की ओर चलने वाली शोल्डर लाइन, ऑल-ब्लैक कॉकपिट, सुडौल और एरोडायनामिक टेल सेक्शन मिलते हैं जो इस सुपरकार के लुक को काफी आकर्षक बनाते हैं। Azani के पिछले हिस्से में टेललाइट के रूप में एक स्लीक LED स्ट्रिप दी गई हैं।

कितनी होगी कीमत:स्टार्टअप का दावा है कि वह 2022 की दूसरी छमाही में इस कार का पहला प्रोटोटाइप लाएगी। अब, इस सुपरकार की कीमत की बात करें तो MMM Azani (एमएमएम अजानी) की कीमत 1,20,000 अमरीकी डालर से शुरू होगी जो कि भारतीय मुद्रा के अनुसार 89 लाख रुपये है। अब वास्तविक आंकड़े की बात करें तो, भारतीय बाजार में लॉन्च होने के बाद, MMM Azani की कीमत 1.5 करोड़ रुपये के आसपास होगी। 

निर्माता का यह भी दावा है कि यह इलेक्ट्रिक सुपरकार माइक्रो-प्लांट में बनाई जाएगी, जो पारंपरिक ऑटोमोबाइल निर्माण प्लांट की लागत के पांचवें हिस्से से भी कम होगी। इस तरीके से ब्रांड को पारंपरिक निर्माण प्रक्रिया की तुलना में कारों को बाजार में तेजी से लाने में मदद मिलेगी। स्टार्टअप का लक्ष्य साल 2030 तक 34 मिलियन (3 करोड़ 40 लाख) इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के साथ 750 बिलियन डॉलर (करीब 5,564 अरब रुपये) मूल्य से ज्यादा के मार्केट सेगमेंट में अपनी पैठ बनाना है।

ब्रांड ने कहा है कि उसकी 22 सदस्यीय टीम इस समय यूके, जर्मनी और अमेरिका के अपने टेक्निकल पार्टनर्स के साथ अनुसंधान एवं विकास, डिजाइन, एयरोडायनमिक्स और इंजीनियरिंग पर काम कर रही है।